नई दिल्ली। कोरोना वायरस की महामारी के बीच राज्यों को आक्सीजन व अन्य सामानों की आपूर्ति में किसी प्रकार की समस्या नहीं है। गृह मंत्रालय ने इस संबंध में सभी राज्यों को पत्र लिखकर यह भी कहा है कि हम राज्यों के साथ मिलकर काम करेंगे ताकि लॉकडाउन में काला बाजारी की समस्या न हो।
पत्र में राज्यों से कहा गया है कि लॉकडाउन के दौरान मेडिकल मैन्यूफैक्चरिंग से जुड़ी सभी कंपनियों को काम करने की छूट दी गई है। ऐसे में कहीं से भी आने-जाने वाली मेडिकल ऑक्सीजन की सप्लाई को नहीं रोका जाना चाहिए क्योंकि इस वक्त इसकी सख्त जरूरत है। इसके तहत काम करने वाले वर्कर, इस्तेमाल किए जाने वाली ट्रांसपोर्ट सुविधा को लॉकडाउन के दौरान उन जगहों पर नहीं रोका जाएगा।
इस संबंध में गृह मंत्रालय में संयुक्त सचिव पुण्य सलिला श्रीवास्तव ने बताया कि आने वाले सप्ताह में कई त्योहार हैं। बावजूद इसके गृह मंत्रालय सभी राज्य सरकारों के साथ मिलकर उपयुक्त कदम उठा रही है ताकि जरूरी सामानों की काला बाजारी पर रोक लगाई जा सके। उन्होंने आह्वान किया कि लॉकडाउन में सबका सहयोग जरूरी है और इस विषम परिस्थिति में मंत्रालय का प्रयास है कि किसी भी नागरिक को समस्या नहीं आए।
गृह मंत्रालय ने बताया कि हम आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति के लिए नियमित रूप से विस्तृत समीक्षा करते रहे हैं। 6 अप्रैल तक हवाई जहाज के माध्यम से 200 टन आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति की गई। उधर रेलवे ने भी अब तक 8857 रैक्स को आइसोलेशन रूम के तौर पर विकसित कर लिया है।