इमाम बुखारी ने कहा - रमजान माह के दौरान घर से ही करें इबादत

Update: 2020-04-23 12:40 GMT

नई दिल्ली। देश में कोरोना वायरस महामारी के मद्देनजर लागू पूर्णबंदी (लॉकडाउन) के बीच दिल्ली की जामा मस्जिद के शाही इमाम सैयद अहमद बुखारी ने मुस्लिम समाज से अपील की है कि रमजान के पवित्र महीने में वह घर में ही इबादत करें और बाहर न निकलें।

बुखारी ने गुरुवार को मुस्लिम समुदाय से अपील की है कि रमजान का पवित्र महीना शुरू होने वाला है। हमें घर में ही इबादत करनी है और सामाजिक दूरी (सोशल डिस्टेंसिंग) का पालन करना है। उन्होंने कहा कि अगर हम सरकार के निर्देशों का पालन करते हैं, तो ऐसा कर अपनी और सभी की रक्षा कर सकेंगे और कोरोना महामारी को मिटा सकेंगे।

उल्लेखनीय है कि रमजान के पवित्र महीने की शुरुआत 24 अप्रैल से होने जा रही है। दीन और इबादत की लिहाज से यह महीना इस्लाम धर्म के अनुयायियों के लिए बेहद महत्वपूर्ण होता है। इसी बात को ध्यान में रखते हुए कोरोना वायरस के प्रकोप से बचाने के लिए चल रहे लॉकडाउन के मद्देनजर केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने भी वक्फ बोर्डों और मौलवियों से चर्चा कर रमजान माह में घर में ही इबादत करने और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने की अपील की है।

नकवी ने अपील में कहा है कि कोरोना के प्रकोप के कारण देश के सभी मुस्लिम धर्म गुरुओं, इमामों, धार्मिक-सामाजिक संगठनों एवं भारतीय मुस्लिम समाज ने संयुक्त रूप से 24 अप्रैल से शुरू हो रहे रमजान के पवित्र महीने में घरों पर ही रहकर इबादत, इफ्तार, तरावी एवं अन्य धार्मिक कर्त्तव्यों को पूरा करने का निर्णय लिया है।

उन्होंने कहा कि हाल में ही शब-ए-बारात के दौरान लोगों ने लॉकडाउन का पूरी तरह से पालन करते हुए घर में ही रहकर अपने पूर्वजों के लिए इबादत की और दुआएं मांगी। इसी प्रकार लोग आगे भी नियमों का पालन जारी रखें।

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