केजरीवाल सरकार ने डीजल पर 7.10 और पेट्रोल पर 1.67 रुपये वैट बढ़ाया

Update: 2020-05-05 06:21 GMT

नई दिल्ली। लॉकडाउन 3.0 के बीच दिल्ली की केजरीवाल सरकार ने पेट्रोल-डीजल पर वैट बढ़ा दिया है। दिल्ली में पेट्रोल पर 1.67 रुपये प्रति लीटर वैट बढ़ाया गया है। डीजल पर भी वैट में भारी इजाफा किया गया है। दिल्ली में अब डीजल 7.10 रुपये महंगा मिलेगा। आईओसीएल की वेबसाइट के मुताबिक, दिल्ली में एक लीटर पेट्रोल की कीमत 69.59 रुपये और डीजल की कीमत 62.29 रुपये प्रति लीटर थी। अब पेट्रोल-डीजल के रेट में बढ़ा हुआ वैट भी जुड़ जाएगा। इससे पहले दिल्ली में सरकार ने शराब पर 70 फीसद कोरोना सेस लगा दिया है।

दिल्ली सरकार ने पेट्रोल पर वैट 27 फीसद से बढ़ाकर अब 30 फीसद कर दिया है, जबकि डीजल के मामले में वैट 16.75 प्रतिशत से लगभग दोगुना होकर 30 प्रतिशत कर दिया गया है। लॉकडाउन के चलते राज्य सरकारों के राजस्व में भारी कमी आई है। राज्यों को केंद्र से मिलने वाले जीएसटी का हिस्सा छोड़ दें तो उनकी आय का सबसे बड़ा जरिया शराब पर टैक्स, जमीन की रजिस्ट्री और पेट्रोल-डीजल से मिलने वाला वैट है। लॉकडाउन ने इन सभी जरियों को लॉक कर दिया है। ऐसे में अन्य राज्य सरकारों की तरह पेट्रोल-डीजल पर वैट बढ़ाना दिल्ली सरकार की मजबूरी है।

बता दें इससे पहले नगालैंड ने पेट्रोल और डीजल पर कोविड-19 सेस लगाकर कीमतों में भारी इजाफा किया था। 28 अप्रैल की मध्यरात्रि से राज्य में पेट्रोल 6 रुपये और डीजल पर 5 रुपये प्रति लीटर महंगा हो गया । असम सरकार ने भी डीजल पर 5 रुपये प्रति लीटर और पेट्रोल पर 6 रुपये प्रति लीटर टैक्स बढ़ा दिया था।

असम में पेट्रोल 71.61 रुपये से बढ़कर 77.46 रुपये प्रति लीटर और डीजल का दाम 65.07 रुपये से चढ़कर 70.50 रुपये प्रति लीटर हो गया। असम मूल्य वर्धित कर अधिनियम, 2003 के प्रावधानों के तहत प्रमुख सचिव समीर कुमार सिन्हा द्वारा जारी अधिसूचना 22 अप्रैल को सुबह 12:00 बजे से प्रभावी हो गई। इसके बाद अब असम में पेट्रोल की कीमत 71.61 रुपये से बढ़कर 77.46 रुपये प्रति लीटर हो गई। डीजल की कीमत 65.07 रुपये से बढ़कर 70.50 रुपये हो गई।

वहीं मेघालय में एक लीटर पेट्रोल का भाव 74.9 रुपये और डीजल का दाम 67.5 रुपये हो गया है। एक सरकारी अधिसूचना के अनुसार, पेट्रोल के लिए टैक्स की नई दर 31 फीसदी या 17.6 रुपये प्रति लीटर और डीजल के लिए 22.5 फीसदी या 12.5 रुपये प्रति लीटर है। नोटिस में कहा गया है कि पेट्रोल और डीजल, दोनों पर 2 फीसदी सेल्स टैक्स सरचार्ज लगाया जाएगा।

पेट्रोलियम मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान ने कहा कि भारत ने वैश्विक बाजार में कच्चे तेल के घटे दाम का फायदा उठाते हुये अपने भूमिगत तेल भंडारों, टैंकों, पाइपलाइनों और जलपोतों में 3 करोड़ 20 लाख टन कच्चे तेल का भंडारण कर लिया है। भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा तेल आयातक देश है। भारत पेट्रोलियम उत्पादों की अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए 85 प्रतिशत की भरपाई आयात से करता है। 

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