सुप्रीम कोर्ट की तरफ से मनीष सिसोदिया को फिर नहीं मिली जमानत, 16 महीनों से जेल में हैं बंद
सुप्रीम कोर्ट ने आज एक बार फिर मनीष सिसोदिया की याचिका पर सुनवाई की। लेकिन आज भी फैसला उनकी पक्ष में नहीं आया। काफी लम्बे वक्त से मनीष सिसोदिया मनी लॉन्ड्रिंग केस के चलते जेल में बंद है। कई बार कोर्ट में उनको लेकर सुनवाई हुई लेकिन फैसला अभी तक नहीं आ पाया है।
मनीष सिसोदिया को सुप्रीम कोर्ट की तरफ से आज भी राहत नहीं मिल पाई है। पिछली सुनवाई के दौरान CBI और ED की ओर से पेश अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल ने सिसोदिया की दलीलों पर आपत्तियां भी जताई थीं। वे भ्रष्टाचार और मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में 16 महीनों से जेल में बंद हैं। आपको बता दे कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल भी मनी लॉन्ड्रिंग केस के चलते जेल में बंद है। आज ईडी ने कोर्ट के सामने अपनी दलील पेश की जिसके बाद कोर्ट ने मनीष सिसोदिया की सुनवाई फिर से एक हफ्ते के लिए टाल दी। ऐसा कई बार हुआ है कि ईडी की दलील के बाद सुनवाई टाल दी गई हो।
जस्टिस बीआर और जस्टिस केवी के मौजूदगी में हुई सुनवाई
जस्टिस बीआर गवई और जस्टिस केवी विश्वनाथन की पीठ की मौजूदगी में आज सुनवाई हुई है। मनीष सिसोदिया की याचिका की सुनवाई के दौरान सीबीआई और ईडी दोनों मौजूद थे। सीबीआई और ईडी की ओर पेश अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल एसवी राजू ने 29 जुलाई को पीठ से कहा था कि सीबीआई ने सिसोदिया की याचिका पर जवाब दाखिल कर दिया है, लेकिन वह रिकॉर्ड में अभी उपलब्ध नहीं है। राजू ने सिसोदिया की दलीलों पर आपत्तियां भी जताई थीं और कहा था कि यह दिल्ली हाई कोर्ट के एक ही आदेश को चुनौती देने वाली दूसरी विशेष अनुमति याचिका है।
मनीष सिसोदिया के वकील ने क्या कहा
मनीष सिसोदिया के वकील ने कहा कि यह केस कई महीनों से आगे नहीं बढ़ पा रहा है मनीष सिसोदिया 16 महीनों से जेल में हैं। जांच में भी कोई प्रगति नहीं दिखाई दे रही है। दरअसल पिछले साल 30 अक्टूबर को अपनी सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट जमानत याचिका ख़ारिज करते हुए कहा था कि अगर केस अगले तीन महीने तक ऐसे ही चलता रहा तो जमानत आवेदन की प्रक्रिया नए सिरे से शुरू की जाएगी। लेकिन अभी तक कोर्ट ने अपनी बात पर ऐसा कुछ कठोर कदम नहीं उठाया है। और मनीष सिसोदिया लम्बे वक्त से जेल में ही बंद है।
आपको बता दे कि मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी के बाद ईडी और सीबीआई की तलवार केजरीवाल पर लटक गई थी। जिसके बाद लोकसभा चुनाव से पहले उन्हें जेल जाना पड़ा था। हालाँकि चुनाव के दौरान कोर्ट की तरफ से उन्हें कुछ समय के लिए जमानत मिली थी। लेकिन इलेक्शन रिजल्ट आने से पहले ही उन्हें अपने आप को सरेंडर करना पड़ा था।