नई दिल्ली/ग्रेटर नोएड। राजस्थान के अलग-अलग क्षेत्रों में सक्रिय पाकिस्तानी टिड्डी दलों की घुसपैठ दिल्ली-एनसीआर में भी हो सकती है। विशेषज्ञों के मुताबिक हवा का रुख मुफीद होने के चलते टिड्डी दल राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में भी डेरा डाल सकते हैं। अगर ऐसा होता है तो यहां के हरे-भरे इलाकों को नुकसान पहुंचना तय है। एनसीआर में तो कृषि विभाग ने टिड्डी दलों के हमले को लेकर अलर्ट जारी कर किसानों को जागरूक बनाने का काम भी शुरू कर दिया है।
भारत में इन दिनों राजस्थान, गुजरात और मध्य प्रदेश के कई इलाके टिड्डी दलों के हमले का शिकार हैं। टिड्डी दल पूरे के पूरे खेत में लगी फसल को चट कर जा रहे हैं। बड़े-बड़े पेड़ भी इनके प्रकोप से अछूते नहीं हैं। आमतौर पर टिड्डी दल खेतों और हरियाली वाले इलाकों में ही विचरण करते हैं, लेकिन पिछले कुछ दिनों में इन्हें जयपुर जैसे घनी आबादी वाले शहरों में भी घूमते देखा गया है। विशेषज्ञ टिड्डी दलों के इस बर्ताव को लेकर हैरत में हैं। उनका मानना है कि राजस्थान में इन दिनों खेत खाली पड़े हैं। इसलिए खाने की तलाश में टिड्डी दल अन्य राज्यों का रुख कर रहे हैं।
यमुना बायोडायवर्सिटी पार्क में कीट विज्ञानी मोहम्मद फैजल कहते हैं, दिल्ली में खेती वाले इलाके कम हैं। बावजूद इसके टिड्डी दल की घुसपैठ घातक है, क्योंकि इससे हरियाली वाली जगहों पर मार पड़ सकती है। उधर, एनसीआर में गेहूं की फसल की कटाई के बाद किसानों ने धान बोने की तैयारी शुरू कर दी है। टिड्डी दल धान को काफी नुकसान पहुंचाते हैं। इसीलिए कृषि विभाग ने अधिकारियों, कर्मचारियों, ग्राम प्रधानों और किसानों को सतर्क रहने का निर्देश दिया है। हमले की सूचना देने के साथ ही ग्रामीणों से ढोल-नगाड़े, थाली, डीजे बजाने को कहा गया है, ताकि टिड्डियां शोर सुन भाग जाएं।