दिल्ली की हवा में मिला प्रदूषण, पीएम 10 कणों की मात्रा मानक से दोगुना

Update: 2020-04-16 07:29 GMT

नई दिल्ली। लॉकडाउन के बाद से ही साफ-सुथरी हवा में सांस ले रहे दिल्ली वालों का दम घोटने के लिए अफ्रीका और अरब की धूल आ गई है। मध्यम स्तर के डस्ट स्टॉर्म यानी धूल के तूफान से दिल्ली के वातावरण में धूल की मात्रा में खासा इजाफा हो गया है। बुधवार को हवा में पीएम 10 प्रदूषक कणों की मात्रा निर्धारित मात्रा से दोगुना से भी ज्यादा रही।

बीते करीब तीन हफ्तों से दिल्ली के लोग अच्छी हवा में सांस ले रहे थे। लेकिन, बीते दो दिनों पहले राजस्थान से आई धूल और अब अफ्रीका और अरब से उठे धूल के तूफान ने दिल्ली के लोगों का दम घोटना शुरू कर दिया है। बुधवार शाम 5 बजे हवा में पीएम 10 की मात्रा 204 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर रही, जबकि 100 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर होने पर ही उसे स्वास्थ्य के लिए अच्छा माना जाता है।

वायु गुणवत्ता पर निगरानी रखने वाली संस्था सफर के वैज्ञानिक गुफरान बेग ने बताया कि अफ्रीका और अरब के निचले हिस्से में इस वक्त धूल भरी आंधी चल रही है। इसी डस्ट स्टॉर्म का असर राजस्थान की धूल के साथ मिलकर यह मध्यम स्तर का डस्ट स्टॉर्म बन रहा है। अगले दो दिनों तक दिल्ली की हवा पर इसका असर रह सकता है।

पीएम 2.5 की मात्रा 60 माइक्रोग्राम प्रतिधन मीटर होने पर उसे अच्छा माना जाता है। बुधवार शाम 5 बजे दिल्ली की हवा में पीएम 2.5 की मात्रा 65 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर रही। दिल्ली की औसत वायु गुणवत्ता भी अपेक्षाकृत साफ-सुथरी बनी हुई है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के मुताबिक बुधवार को औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक 155 के अंक पर रहा। इस स्तर पर हवा मध्यम श्रेणी में रखा जाता है।

दिल्ली में बुधवार को पारा 40 डिग्री सेल्सियस के पार पहुंच गया। सफदरजंग स्थित मौसम केंद्र में बुधवार के दिन इस सीजन में पहली बार पारा 40 पार हुआ। दिन में यहां पर अधिकतम तापमान 40.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं, मौसम विभाग का अनुमान है कि पश्चिमी विक्षोभ के असर से शुक्रवार को दिल्ली के कुछ हिस्सों में हल्की बूंदाबांदी हो सकती है। इस दौरान हवा की रफ्तार 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे तक रहने की संभावना है। इससे तापमान में तीन डिग्री तक की गिरावट आ सकती है। 

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