आप सांसद संजय सिंह को लगा झटका, कोर्ट ने 27 अक्टूबर तक बढ़ाई न्यायिक हिरासत
जेल में 15 किताबें पढ़ने की मिली मंजूरी
नईदिल्ली। दिल्ली की राऊज एवेन्यू कोर्ट के स्पेशल जज एमके नागपाल ने दिल्ली आबकारी घोटाला मामले में गिरफ्तार आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। संजय सिंह ने जेल में करीब 15 किताबें पढ़ने की अनुमति मांगी, जिसे कोर्ट ने मंजूरी दे दी।
आज संजय सिंह की ईडी हिरासत खत्म हो रही थी, जिसके बाद उन्हें कोर्ट में पेश किया गया। संजय सिंह ने आज कोर्ट से जेल में करीब 15 किताबें पढ़ने की अनुमति मांगी, जिसे कोर्ट ने मंजूरी दे दी। कोर्ट ने संजय सिंह को जिन पुस्तकों को पढ़ने की अनुमति दी है, उनमें महात्मा गांधी लिखित सत्य के प्रयोग, राममनोहर लोहिया की पांच पुस्तकें- विद्यार्थी और राजनीति, भारत विभाजन के अपराधी, फ्रैंच कर्म प्रकार और चरित्र निर्माण : आवाहन, निजी और सार्वजनिक क्षेत्र, अर्थशास्त्र मार्क्स के आगे, रघु ठाकुर लिखित पुस्तक समाजवाद का वैचारिक आधार, गांधी और अंबेडकर, जाति प्रथा, समाजवादी संशय और उत्तर, अंबेडकर की एनिहिलेशन ऑफ कास्ट (जाति भेद का उच्छेद), सुधीर विद्यार्थी की शहीद भगत सिंह क्रांति का साक्ष्य, सुशील कपूर की नेल्सन मंडेला, भगत सिंह की मैं नास्तिक क्यों हूं, गेल ओमवेट की अंबेडकर प्रबुद्ध भारत की ओर पुस्तकें हैं।
पूछताछ के बाद गिरफ्तार -
सुनवाई के दौरान कोर्ट ने पूछा था कि जब ईडी को लेन-देन की जानकारी काफी समय से थी, तो अभी गिरफ्तार क्यों किया। कोर्ट ने कहा कि जिन लेन-देन की बात ईडी कर रही है, वह अगस्त और अक्टूबर, 2021 का है। तब ईडी ने कहा था कि इस मामले में बयान अभी दर्ज हुए है। ईडी ने कहा था कि दो करोड़ का लेन-देन दो किश्तों में किया गया। यह लेन-देन संजय सिंह के घर पर हुआ। इसकी पुष्टि दिनेश अरोड़ा ने की थी।ईडी की अर्जी में इंडोस्प्रिट से पैसों के लेन-देन का भी जिक्र हुआ है, जिसमें कहा गया है कि संजय सिंह के कर्मचारी सर्वेश को संजय सिंह के घर पर पैसा दिया गया। तब संजय सिंह की ओर से कहा गया था कि ईडी झूठ बोल रही है। कोर्ट ने ईडी से पूछा था कि क्या संजय सिंह के कर्मचारियों का बयान दर्ज किया है। ईडी ने संजय सिंह को 4 अक्टूबर को उनके सरकारी आवास पर पूछताछ के बाद गिरफ्तार किया था।