श्रमिक स्पेशल ट्रेन 9 नहीं बल्कि 48 घंटे में पहुंची दी सूरत से सीवान : रेलवे

-3800 ट्रेनों में से केवल 4 का सफर रहा 72 घंटे से अधिक

Update: 2020-05-29 12:46 GMT

दिल्ली। श्रमिक स्पेशल ट्रेनों के गलत रूट पर जाने और लेटलतीफी के आरोपों को रेलवे ने खारिज किया है। रेलवे बोर्ड के चेयरमैन विनोद कुमार यादव ने शुक्रवार को कहा कि अब तक चली 3,800 श्रमिक स्पेशल ट्रेनों में से महज 4 को ही गंतव्य तक पहुंचने में 72 घंटे से अधिक समय लगा है।

इससे पहले एक मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया था कि एक श्रमिक स्पेशल ट्रेन सूरत से सीवान 9 दिनों में पहुंची। रेलवे ने इसे फेक न्यूज बताते हुए कहा कि ट्रेन दो दिन में ही गंतव्य तक पहुंच गई थी।

रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष ने कहा, एक मई से अभी तक 3,840 श्रमिक स्पेशल ट्रेनों ने 52 लाख से ज्यादा प्रवासी श्रमिकों को गंतव्य तक पहुंचाया। जिन राज्यों से ट्रेनें खुल रही हैं वे प्रवासी श्रमिकों को भोजन दे रहे हैं, रेलवे, एनजीओ यात्रा के दौरान भोजन मुहैया करा रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि श्रमिक स्पेशल ट्रेनों की मांग कम हो गई है, राज्यों ने हमसे 492 और ट्रेनें मांगी हैं।

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