Waqf Amendment Bill: JPC रिपोर्ट के खिलाफ विपक्ष का हंगामा, चर्चा के बीच विपक्ष ने किया राज्यसभा से वॉकआउट
Waqf Board Amendment Bill
Waqf Amendment Bill : दिल्ली। वक्फ संशोधन विधेयक पर जेपीसी रिपोर्ट के खिलाफ विपक्ष के नारे लगाने के बाद लोकसभा की कार्यवाही दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। विपक्ष द्वारा वक्फ संशोधन विधेयक के खिलाफ नारेबाजी के बाद राज्यसभा की कार्यवाही भी 10 मिनट के लिए 11.20 बजे तक स्थगित कर दी गई। आज सदन में वक्फ जेपीसी रिपोर्ट पेश की जा रही थी लेकिन विपक्ष द्वारा जमकर नारेबाजी की गई।
राज्यसभा में आज प्रातः से आपने (सभापति जी ने) विपक्ष को पूरा मौका दिया है और ये चाहा कि उनके सारे concerns पर यहां चर्चा हो। लेकिन, विपक्ष का उद्देश्य चर्चा करना नहीं, बल्कि राजनीतिक दृष्टि से अपना point score करना है। संसदीय कार्य मंत्री ने सदन को बताया है कि रिपोर्ट से कोई भी बात हटाई नहीं गई है। फिर भी विपक्ष ने बहुत गैर जिम्मेदाराना व्यवहार किया है, ये तुष्टिकरण की राजनीति है। कुछ लोग देश को तोड़ने की साजिश रच रहे हैं और जो लोग देश को खंडित करने का काम कर रहे हैं, कांग्रेस और विपक्ष उनके हाथ मजबूत करने का काम कर रहे हैं।
वक्फ संशोधन विधेयक पर जेपीसी की रिपोर्ट पर चर्चा के बीच विपक्ष ने राज्यसभा से वॉकआउट किया।
राज्यसभा में केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा, "मैंने विपक्ष द्वारा उठाई गई चिंताओं की जांच की है। रिपोर्ट से कोई भी बात हटाई नहीं गई है। सदन में सब कुछ मौजूद है। किस आधार पर ऐसा मुद्दा उठाया जा सकता है? विपक्ष के सदस्य एक अनावश्यक मुद्दा बना रहे हैं, जो तथ्य नहीं है। आरोप झूठे हैं। जेपीसी ने नियमों के अनुसार पूरी कार्यवाही की... जेपीसी के सभी विपक्षी सदस्यों ने पिछले 6 महीनों में सभी कार्यवाही में भाग लिया... रिपोर्ट के परिशिष्ट में सभी असहमति नोट संलग्न हैं... वे सदन को गुमराह नहीं कर सकते।"
राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे कहते हैं, "...वक्फ बोर्ड पर जेपीसी रिपोर्ट में कई सदस्यों की असहमति रिपोर्ट है... उन नोटों को हटाना और हमारे विचारों को दबाना ठीक नहीं है... यह लोकतंत्र विरोधी है... असहमति रिपोर्ट को हटाने के बाद जो भी रिपोर्ट पेश की गई है, मैं उसकी निंदा करता हूं। हम ऐसी फर्जी रिपोर्ट को कभी स्वीकार नहीं करेंगे... अगर रिपोर्ट में असहमति के विचार नहीं हैं, तो उसे वापस भेजकर दोबारा पेश किया जाना चाहिए।"
आज पेश की जाने वाली वक्फ जेपीसी रिपोर्ट पर भाजपा सांसद अपराजिता सारंगी ने कहा, "चूंकि मैं जेपीसी का हिस्सा रही हूं, इसलिए मैं पूरे विश्वास के साथ कह सकती हूं कि 655 पृष्ठों की रिपोर्ट तैयार करना एक सावधानीपूर्वक किया गया कार्य है...प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार वक्फ संपत्तियों का उचित प्रबंधन चाहती है... जगदंबिका पाल ने विपक्ष के उन नोटों को भी इसमें शामिल किया है, जो जेपीसी का हिस्सा थे... प्रधानमंत्री मोदी की सरकार ने एक नेक उद्देश्य से यह संशोधन लाया है।"
राज्यसभा में पेश वक्फ बिल पर जेपीसी रिपोर्ट पर टीएमसी सांसद सुष्मिता देव ने कहा, "आप देखेंगे तो उन्होंने समिति की रिपोर्ट के ऊपर असहमति नोट को काली स्याही या सफेद कागज से सेंसर कर दिया है, जिसे आज पेश किया गया है। अगर हम इस देश को लोकतंत्र मानते हैं, तो हर किसी की राय दिखाई देनी चाहिए। आप हमारी राय कैसे छिपा सकते हैं? हमने आज राज्यसभा में इसका विरोध किया है।"
वक्फ संशोधन विधेयक पर जेपीसी द्वारा प्रस्तुत रिपोर्ट के खिलाफ विपक्ष की नारेबाजी के बीच राज्यसभा की कार्यवाही फिर से शुरू हुई।