मंगलवार को मनाई जाएगी शरद पूर्णिमा, सर्वार्थ सिद्धि योग में होगी अमृत वर्षा

Update: 2021-10-18 17:05 GMT

वेबडेस्क। हिन्दू पंचांग के अनुसार इस वर्ष शरद पूर्णिमा, मंगलवार को 19 अक्टूबर को मनाई जाएगी। स्नानदान पूर्णिमा 20 अक्टूबर को होगी। शरद पूर्णिमा व्रत जिसे कोजागरी व्रत भी कहा जाता है, 20 अक्टूबर को रखा जाएगा। शरद पूर्णिमा तिथि 19 अक्टूबर मंगलवार, रात्रि 7.03 बजे से प्रारंभ होगी और 20 अक्टूबर, बुधवार को रात्रि 8.26 बजे समाप्त होगी। शरद पूर्णिमा का चांद 19 की रात्रि को दिखेगा। इसी दिन सर्वार्थसिद्धि योग भी बनेगा। यह योग 19 को सुबह 6.18 बजे से 12.12 बजे तक रहेगा। 

ज्योतिषाचार्यों के अनुसार, हर वर्ष अश्विन मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि को ही शरद पूर्णिमा कहा जाता है। शरद पूर्णिमा के दिन ही चंद्रमा सोलह कलाओं से परिपूर्ण होता है। ऐसी मान्यता है कि इस दिन आकाश से अमृत की बूंदों की वर्षा होती है। इस दिन चंद्र देवता की विशेष पूजा की जाती है और खीर का भोग लगाया जाता है। रात में आसमान के नीचे खीर रखी जाती है। ऐसा माना जाता है कि अमृत वर्षा से खीर भी अमृत के समान हो जाती है। शास्त्रों के अनुसार इस तिथि को चंद्रमा पृथ्वी के सबसे निकट होता है। 

नारदपुराण के अनुसार ऐसा माना गया है कि इस दिन लक्ष्मी मां अपने हाथों में वर और अभय लिए घूमती हैं। इस दिन मां लक्ष्मी अपने जागते हुए भक्तों को धन और वैभव का आशीष देती हैं। शाम होने पर सोने, चांदी या मिट्टी के दीपक से आरती की जाती है।

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