बुडापेस्ट। विश्व कुश्ती चैंपियनशिप में रजत पदक जीतने वाले बजरंग पूनिया भारत के पहले ऐसे पहलवान बन गए हैं जिन्होंने विश्व चैंपियनशिप में दो बार पदक जीते हैं। सोमवार देर रात हुए फाइनल मुकाबले में जापान के पहलवान ताकुतो ओतोगुरो से 16-9 से हार के साथ रजत पदक पर संतोष करना पड़ा। जकार्ता एशियन गेम्स में स्वर्ण जीतने के बाद खेल रत्न अवॉर्ड नहीं मिलने के बावजूद इस स्टार पहलवान ने हार नहीं मानी। जकार्ता एशियन गेम्स में स्वर्ण पदक के बाद खेल रत्न अवॉर्ड नहीं मिला। तब माना जा रहा था कि इसका असर हंगरी विश्व चैंपियनशिप में दिखेगा? अवॉर्ड को लेकर मैंने अपना हक जताया था और वह मेरा अधिकार था लेकिन अवॉर्ड नहीं मिलने से मैं विचलित नहीं हुआ। मैंने उसी समय विराट कोहली को अवॉर्ड की शुभकामनाएं देकर हंगरी की तैयारी में लग गया था क्योंकि मेरा मानना है कि देश का नाम विश्व में प्रसिद्ध हो, यह किसी अवॉर्ड ये ज्यादा जरूरी है और खुशी देता है। हां, मुझे अवॉर्ड मिलता तो कुश्ती प्रेमियों को जरूर खुशी होती।