नई दिल्ली। भारतीय जूनियर पुरुष हॉकी टीम के ड्रैगफ्लिकर मनदीप मोर ने सोमवार को पूर्व कप्तान संदीप सिंह की तारीफ करते हुए कहा कि वह उनकी सबसे बड़ी प्रेरणा हैं।
पिछले साल सुल्तान आफ जोहोर कप में टीम की अगुआई करने वाले मनदीप चंडीगढ़ हॉकी अकादमी का हिस्सा थे जिसके संदीप और रूपिंदर जैसे दिग्गज खिलाड़ी जुड़े रहे हैं।
मनदीप ने कहा, ''चंडीगढ़ स्टेडियम में संदीप से मिलकर मैं रोमांचित हो जाता था। वह मेरे हीरो हैं, मेरी सबसे बड़ी प्रेरणा और वह जिस तरह से ड्रैग फ्लिक पर गोल करते हैं वह मुझे पसंद है। वह जिम और ट्रेनिंग के लिए वहां आया करते थे। उनके यह शब्द 'ड्रैग फ्लिक पर ध्यान लगाओ, कड़ी मेहनत करो और आपको गौरव मिलेगा' मुझे अब भी प्रेरित करते हैं।''
हरियाणा के जींद जिले के नरवाना में जन्में मनदीप हॉकी से उस समय जुड़े जब उन्होंने अपने भाई को ट्रेनिंग करते हुए देखा।
उन्होंने कहा, ''जब मैंने प्रदीप को अभ्यास करते हुए देखा और अन्य बच्चों को हॉकी खेलते हुए देखा तो मैंने सोचा कि यह मजेदार खेल है और मैंने इससे जुड़ने का फैसला किया।''
वर्ष 2010 में, मनदीप सेक्टर 42 में चंडीगढ़ हॉकी अकादमी में शामिल हुए जो कई शीर्ष भारतीय हॉकी खिलाड़ियों का घर था। चंडीगढ़ में उन्हें अक्सर भारत के पूर्व कप्तान सिंह और अनुभवी भारतीय ड्रैगफ्लिकर रुपिंदर पाल सिंह से मिलने और उन्हें खेलते हुए देखने का मौका मिलता था।
अंडर-14 और अंडर-17 राष्ट्रीय चैंपिनशिप में अच्छे प्रदर्शन के बाद मनदीप को 2014 में सोनीपत के भारतीय खेल प्राधिकरण केंद्र में ट्रेनिंग के लिए चुना गया।
इसके अगले साल मोर ने सुल्तान अजलन शाह कप में भारत की सीनियर राष्ट्रीय टीम की ओर से पदार्पण किया और वह 2018 पुरुष विश्व कप के संभावित कोर खिलाड़ियों में चुना गया।
उन्होंने कहा, "जब मुझे सुल्तान अजलान शाह कप में खेलने को मिला, तो मुझ पर दबाव था क्योंकि यह सीनियर टीम के साथ मेरा पहला टूर्नामेंट था जिसमें सरदार सिंह भी थे। लेकिन सरदार सिंह बहुत आश्वस्त थे और उन्होंने मुझसे कहा कि मैं अपने बेसिक्स पर ध्यान केंद्रित करूं और एक बड़े मंच पर भारत के लिए खेलने का दबाव महसूस न करूं। उन्होंने निश्चित रूप से मेरी बहुत मदद की। मैं फिर से सीनियर टीम में शामिल होने के लिए कड़ी मेहनत कर रहा हूं।"
कोरोना वायरस महामारी को फैलने से रोकने के लिए लागू देशव्यापी लॉकडाउन के कारण मार्च से खेल से दूर मनदीप को कोचिंग शिविर शुरू होने का बेसब्री से इंतजार है।संदीप सिंह मेरी सबसे बड़ी प्रेरणा हैं : मंदीप मोर
नई दिल्ली। भारतीय जूनियर पुरुष हॉकी टीम के ड्रैगफ्लिकर मनदीप मोर ने सोमवार को पूर्व कप्तान संदीप सिंह की तारीफ करते हुए कहा कि वह उनकी सबसे बड़ी प्रेरणा हैं।
पिछले साल सुल्तान आफ जोहोर कप में टीम की अगुआई करने वाले मनदीप चंडीगढ़ हॉकी अकादमी का हिस्सा थे जिसके संदीप और रूपिंदर जैसे दिग्गज खिलाड़ी जुड़े रहे हैं।
मनदीप ने कहा, ''चंडीगढ़ स्टेडियम में संदीप से मिलकर मैं रोमांचित हो जाता था। वह मेरे हीरो हैं, मेरी सबसे बड़ी प्रेरणा और वह जिस तरह से ड्रैग फ्लिक पर गोल करते हैं वह मुझे पसंद है। वह जिम और ट्रेनिंग के लिए वहां आया करते थे। उनके यह शब्द 'ड्रैग फ्लिक पर ध्यान लगाओ, कड़ी मेहनत करो और आपको गौरव मिलेगा' मुझे अब भी प्रेरित करते हैं।''
हरियाणा के जींद जिले के नरवाना में जन्में मनदीप हॉकी से उस समय जुड़े जब उन्होंने अपने भाई को ट्रेनिंग करते हुए देखा।
उन्होंने कहा, ''जब मैंने प्रदीप को अभ्यास करते हुए देखा और अन्य बच्चों को हॉकी खेलते हुए देखा तो मैंने सोचा कि यह मजेदार खेल है और मैंने इससे जुड़ने का फैसला किया।''
वर्ष 2010 में, मनदीप सेक्टर 42 में चंडीगढ़ हॉकी अकादमी में शामिल हुए जो कई शीर्ष भारतीय हॉकी खिलाड़ियों का घर था। चंडीगढ़ में उन्हें अक्सर भारत के पूर्व कप्तान सिंह और अनुभवी भारतीय ड्रैगफ्लिकर रुपिंदर पाल सिंह से मिलने और उन्हें खेलते हुए देखने का मौका मिलता था।
अंडर-14 और अंडर-17 राष्ट्रीय चैंपिनशिप में अच्छे प्रदर्शन के बाद मनदीप को 2014 में सोनीपत के भारतीय खेल प्राधिकरण केंद्र में ट्रेनिंग के लिए चुना गया।
इसके अगले साल मोर ने सुल्तान अजलन शाह कप में भारत की सीनियर राष्ट्रीय टीम की ओर से पदार्पण किया और वह 2018 पुरुष विश्व कप के संभावित कोर खिलाड़ियों में चुना गया।
उन्होंने कहा, "जब मुझे सुल्तान अजलान शाह कप में खेलने को मिला, तो मुझ पर दबाव था क्योंकि यह सीनियर टीम के साथ मेरा पहला टूर्नामेंट था जिसमें सरदार सिंह भी थे। लेकिन सरदार सिंह बहुत आश्वस्त थे और उन्होंने मुझसे कहा कि मैं अपने बेसिक्स पर ध्यान केंद्रित करूं और एक बड़े मंच पर भारत के लिए खेलने का दबाव महसूस न करूं। उन्होंने निश्चित रूप से मेरी बहुत मदद की। मैं फिर से सीनियर टीम में शामिल होने के लिए कड़ी मेहनत कर रहा हूं।"
कोरोना वायरस महामारी को फैलने से रोकने के लिए लागू देशव्यापी लॉकडाउन के कारण मार्च से खेल से दूर मनदीप को कोचिंग शिविर शुरू होने का बेसब्री से इंतजार है।