NZ vs SA: साउथ अफ्रीका के बल्लेबाज ने डेब्यू वनडे में रचा इतिहास, ऐसा वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने वाले दुनिया के पहले खिलाड़ी...
Matthew Breetzke Century
Matthew Breetzke Century: दक्षिण अफ्रीका के बल्लेबाज मैथ्यू ब्रीत्ज़के ने लाहौर में न्यूजीलैंड के खिलाफ अपने डेब्यू वनडे मैच में शानदार शतक जड़कर इतिहास रच दिया। 26 वर्षीय ब्रीत्ज़के ने 128 गेंदों में सेंचुरी पूरी की और 148 गेंदों में 150 रनों की बेहतरीन पारी खेली। उनकी यह पारी इसलिए भी खास है क्योंकि वह वनडे करियर के पहले ही मैच में विदेशी सरजमीं पर शतक लगाने वाले पहले दक्षिण अफ्रीकी ओपनर बन गए हैं। साथ ही वह पाकिस्तान में डेब्यू वनडे में शतक जड़ने वाले पहले दक्षिण अफ्रीकी खिलाड़ी भी बन गए हैं।
ब्रीत्ज़के इससे पहले टेस्ट और टी20 क्रिकेट में अपने प्रदर्शन से प्रभावित नहीं कर पाए थे लेकिन वनडे में मिले मौके को उन्होंने पूरी तरह भुना लिया और अपने चयन को सही साबित किया।
14 साल बाद डेब्यू मैच में बना नया इतिहास
मैथ्यू ब्रीत्ज़के ने अपनी डेब्यू वनडे सेंचुरी के दौरान 14 साल पुराना रिकॉर्ड भी तोड़ दिया। वह वनडे करियर के पहले ही मैच में सबसे बड़ी पारी खेलने वाले दक्षिण अफ्रीकी बल्लेबाज बन गए हैं। इससे पहले 2010 में कॉलिन इनग्रम ने अपने डेब्यू वनडे में 124 रन की पारी खेली थी जो अब तक किसी दक्षिण अफ्रीकी खिलाड़ी द्वारा डेब्यू मैच में बनाया गया सर्वोच्च स्कोर था। लेकिन ब्रीत्ज़के ने इस रिकॉर्ड को पीछे छोड़ते हुए नई उपलब्धि अपने नाम कर ली।
वनडे डेब्यू में शतक जड़ने वाले दक्षिण अफ्रीकी खिलाड़ी
कॉलिन इनग्रम – 124 रन (2010) बनाम जिम्बाब्वे
टेंबा बावुमा – 113 रन (2016) बनाम आयरलैंड
रीजा हेनड्रिक्स – 102 रन (2018) बनाम श्रीलंका
मैथ्यू ब्रीत्ज़के – 150 रन (2025) बनाम न्यूजीलैंड
संयम से आगाज, तूफानी अंजाम
न्यूजीलैंड के खिलाफ मैथ्यू ब्रीत्ज़के ने धीमी शुरुआत की। टेंबा बावुमा के आउट होने के बाद जेसन स्मिथ के साथ अर्धशतकीय साझेदारी निभाई। इस दौरान वह रक्षात्मक नजर आए और अपना अर्धशतक पूरा करने के लिए 68 गेंदें लीं। हालांकि इसके बाद उन्होंने गियर बदलते हुए आक्रामक बल्लेबाजी की और 2 छक्कों व 6 चौकों की मदद से शतक तक पहुंच गए।
संघर्ष भरा रहा है मैथ्यू ब्रीत्ज़के का करियर
मैथ्यू ब्रीत्ज़के का अंतरराष्ट्रीय करियर आसान नहीं रहा है। उन्होंने पिछले साल अक्टूबर में बांग्लादेश के खिलाफ टेस्ट डेब्यू कियालेकिन उन्हें सिर्फ एक पारी खेलने का मौका मिला जिसमें वह बिना रन बनाए आउट हो गए। टी20 फॉर्मेट में भी उन्हें 10 मैचों में मौका मिला परंतु वह केवल 16.77 की औसत से 151 रन ही बना सके।