All England Championship: ऑल इंग्लैंड चैंपियनशिप का शानदार आगाज़! लक्ष्य सेन और मालविका बंसोड़ ने जीता पहला मुकाबला...

Update: 2025-03-11 16:17 GMT

All England Championship

All England चैंपियनशिप : भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ियों लक्ष्य सेन और मालविका बंसोड़ ने ऑल इंग्लैंड बैडमिंटन चैंपियनशिप में शानदार प्रदर्शन किया। बता दें पहले दौर में अपने-अपने मुकाबले जीतकर राउंड-2 में जगह बना ली। हालांकि, एचएस प्रणय टूर्नामेंट के पहले ही दौर में हारकर बाहर हो गए।

मंगलवार को लक्ष्य सेन ने शानदार वापसी करते हुए चाइनीज ताइपे के सु ली यंग को 13-21, 21-17, 21-15 से हराकर दूसरे दौर में प्रवेश किया। वहीं, एचएस प्रणय को फ्रांस के टोमा जूनियर पोपोव के खिलाफ 53 मिनट चले मुकाबले में 21-19, 21-16 से हार का सामना करना पड़ा।

विमेंस सिंगल्स कैटेगरी में भारत की मालविका बंसोड़ ने भी दमदार प्रदर्शन किया और जेएम येओ को 21-13, 10-21, 21-17 से हराकर राउंड-2 में जगह बनाई। अब राउंड ऑफ 16 में लक्ष्य सेन वर्ल्ड नंबर-3 इंडोनेशियाई खिलाड़ी जोनथन क्रिस्टी से भिड़ेंगे, जबकि मालविका का सामना जापान की अकाने यामागुची से होगा।

लक्ष्य vs यंग: पहला सेट गंवाने के बाद शानदार वापसी कर हासिल की जीत

लक्ष्य सेन ने पहला सेट 13-21 से गंवाया, जहां चाइनीज ताइपे के सु ली यंग ने शानदार स्मैश के साथ शुरुआत करते हुए बढ़त बना ली। दूसरे गेम में भी लक्ष्य 12-8 से पिछड़ रहे थे, लेकिन उन्होंने अपनी डिफेंस पर फोकस किया और जोरदार वापसी करते हुए 21-17 से सेट जीत लिया। निर्णायक तीसरे सेट में लक्ष्य ने आक्रामक खेल दिखाया, अपने बैक स्मैश शॉट्स का बेहतरीन इस्तेमाल किया और 21-15 के स्कोर के साथ मुकाबला अपने नाम कर लिया।

प्रणय vs पोपोव: अच्छी शुरुआत के बावजूद हार गए प्रणय

दुनिया के 29वें नंबर के भारतीय खिलाड़ी एचएस प्रणय ने मुकाबले की शुरुआत शानदार अंदाज में की और 6-1 की बढ़त बना ली। पहले गेम में वे 15-12 से आगे थे, लेकिन फ्रांस के टोमा जूनियर पोपोव ने दबाव बनाते हुए स्कोर 16-18 कर दिया। इसके बाद लगातार तीन अंक लेकर 19-18 की बढ़त बनाई और पहला गेम अपने नाम कर लिया।

दूसरे गेम में पोपोव और भी आत्मविश्वास के साथ खेले। उन्होंने शुरुआत में ही 5-3 की बढ़त ली और स्कोर 13-9 तक पहुंचा दिया। हालांकि, प्रणय ने संघर्ष करते हुए 13-13 पर स्कोर बराबर कर लिया, लेकिन पोपोव ने धैर्य बनाए रखा और गेम के साथ मैच भी जीत लिया।

125 साल पुरानी विरासत वाला प्रतिष्ठित टूर्नामेंट

125 साल पुराने इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट में भारत को पिछले 23 वर्षों से खिताबी जीत का इंतजार है। आखिरी बार 2001 में पुलेला गोपीचंद ने भारत के लिए यह खिताब जीता था, जबकि उनसे पहले 1980 में प्रकाश पादुकोण ने इस टूर्नामेंट को अपने नाम किया था। पीवी सिंधु (2015) और लक्ष्य सेन (2022) फाइनल तक पहुंचे जरूर, लेकिन खिताब नहीं जीत सके।

ऑल इंग्लैंड बैडमिंटन चैंपियनशिप की शुरुआत 1899 में हुई थी और तब से बैडमिंटन वर्ल्ड फेडरेशन (BWF) इसका आयोजन कर रहा है।

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