Goodbye to cricket: टीम इंडिया के इस दिग्गज ने लिया संन्यास, आखिरी मैच के साथ समाप्त किया 18 साल का सफर

Update: 2025-02-01 18:07 GMT

Wriddhiman Saha has said goodbye to cricket: भारतीय क्रिकेट के अनुभवी विकेटकीपर ऋद्धिमान साहा ने क्रिकेट को अलविदा कह दिया है। उन्होंने अपना अंतिम मुकाबला बंगाल और पंजाब के बीच रणजी ट्रॉफी मैच में खेला। इसके साथ ही उनका 18 साल लंबा क्रिकेट करियर समाप्त हो गया। गौरतलब है कि ऋद्धिमान साहा ने पिछले साल ही अपने संन्यास की घोषणा कर दी थी और कहा था कि यह रणजी सीजन उनका आखिरी होगा। उनके सम्मान में पंजाब के खिलाफ रणजी ट्रॉफी मैच के दूसरे दिन बंगाल की टीम ने उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया।

ऋद्धिमान साहा ने क्रिकेट से लिया रिटायरमेंट

ऋद्धिमान साहा ने अपने प्रोफेशनल करियर की शुरुआत 2007 में की थी और 2010 से 2021 तक भारत के लिए इंटरनेशनल क्रिकेट खेला। वह पहले ही अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले चुके थे और अब घरेलू क्रिकेट से भी विदा ले ली है। बंगाल की टीम ने इस मुकाबले में पंजाब को पारी और 13 रनों से हराकर साहा को जीत के साथ विदाई दी। हालांकि इस मैच में बतौर बल्लेबाज वह प्रभाव छोड़ने में नाकाम रहे और बिना कोई रन बनाए पवेलियन लौट गए।

संन्यास के फैसले पर भावुक हुए ऋद्धिमान साहा

ऋद्धिमान साहा ने अपने संन्यास की घोषणा करते हुए एक पोस्ट साझा किया, जिसमें उन्होंने लिखा, "मुझे क्रिकेट खेलते हुए 28 साल हो चुके हैं । इन वर्षों में अपने देश, राज्य, जिले, क्लब, विश्वविद्यालय, कॉलेज और स्कूल का प्रतिनिधित्व करना मेरे लिए बड़े सम्मान की बात रही। आज जो कुछ भी हूं और जो कुछ भी मैंने हासिल किया है। वह सब क्रिकेट की वजह से ही संभव हुआ है।

उन्होंने आगे कहा "यह सफर उतार-चढ़ाव से भरा रहा, लेकिन इसमें कई यादगार उपलब्धियां और खूबसूरत पल भी शामिल रहे जिन्होंने मुझे एक बेहतर इंसान बनाया। हालांकि हर सफर का एक अंत होता है, और इसी वजह से मैंने क्रिकेट के सभी फॉर्मेट से संन्यास लेने का फैसला किया है। अब मैं अपना बाकी समय अपने परिवार और दोस्तों के साथ बिताना चाहता हूं।"

ऐसा था ऋद्धिमान साहा का अंतरराष्ट्रीय करियर

ऋद्धिमान साहा ने साल 2010 में महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में टीम इंडिया के लिए डेब्यू किया था जबकि उन्होंने अपना आखिरी अंतरराष्ट्रीय मुकाबला 2021 में विराट कोहली की कप्तानी में खेला। साहा ने भारत के लिए कुल 40 टेस्ट और 9 वनडे मैच खेले।

टेस्ट क्रिकेट में उन्होंने 29.41 की औसत से 1353 रन बनाए जिसमें 3 शतक और 6 अर्धशतक शामिल हैं। हालांकि वनडे फॉर्मेट में वह ज्यादा प्रभावी नहीं रहे और 9 मैचों में सिर्फ 41 रन बना सके। इसके अलावा आईपीएल में उन्होंने 170 मैच खेले और 2934 रन अपने नाम किए।

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