MP News: साइबर ठगी पर सख्त सीएम यादव, कलेक्टर - एसपी को निर्देश - ठगों के खिलाफ करें सख्त कार्रवाई
MP News : भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने साइबर ठगी की बढ़ती घटनांओं पर संज्ञान लिया है। सीएम मोहन यादव ने कलेक्टर - एसपी को ऐसे मामलों को लेकर सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। बीते दिनों मध्यप्रदेश में साइबर ठगी के कई मामले सामने आए थे। इसके बाद विपक्षी नेताओं ने सरकार पर निशाना साधा था।
सीएम मोहन यादव ने एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा कि, साइबर ठग, नागरिकों में दहशत फैलाने के लिए विभिन्न प्रकार के हथकंडे अपना रहे हैं। हम सभी जिलों के कलेक्टर और एसपी को निर्देशित कर रहे हैं कि ऑनलाइन ठगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करें और साथ ही अपने जिलों में डिजिटल अरेस्ट के खिलाफ तीव्रता से जागरूकता भी फैलाएं।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जागरूकता लाने के उद्देश्य से "मन की बात" कार्यक्रम में कहा था कि डिजिटल अरेस्ट जैसा सरकार में कोई प्रावधान नहीं है। प्रदेश के नागरिकों की सुरक्षा हेतु सरकार और पुलिस प्रशासन भी निरंतर जागरूकता अभियान भी चला रहा है।
ग्वालियर में सबसे लंबा डिजिटल अरेस्ट :
मध्यप्रदेश के ग्वालियर में डिजिटल अरेस्ट का मामला सामने आया था। सायबर ठगों ने बीएसएफ जवान को निशाना बनाया था। 30 दिन तक बीएसएफ जवान को डिजिटल अरेस्ट कर 70.29 लाख रुपए ठगे गए थे। इसे सबसे लंबा डिजिटल अरेस्ट माना जा रहा है।
जानकारी के अनुसार ठगों ने बीएसएफ जवान को मनी लॉन्ड्रिंग केस में फंसे होने की धमकी दी थी। ठगी का पैसा 25 बैंक खातों में ट्रांसफर कराया गया था। बीएसएफ जवान को विश्वास में लेने के लिए ठगों ने करीब एक लाख रुपए लौटाए भी थे।
मुख्यमंत्री कभी साइबर क्रिमिनल्स को भी लट्ठ दिखाइए :
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा था कि, ग्वालियर में अब तक का सबसे बड़ा डिजिटल अरेस्ट! BSF इंस्पेक्टर 32 दिन घर में कैद रहा! बदमाशों ने 71.25 लाख रुपए भी वसूल लिए! मुख्यमंत्री कभी साइबर क्रिमिनल्स को भी लट्ठ दिखाइए! तलवार लहराकर डराइए! ऐसा भाषण दीजिए कि 'आनंद' में डूबा इनका तंत्र ही डूब जाए!
नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने एक्स पर लिखा -
अब जानलेवा बन गई डिजिटल अरेस्ट की वारदातें, सरकार क्या सो रही !!! MP में डिजिटल अरेस्ट करके ठगी की घटनाएं लगातार बढ़ रही है! मऊगंज में एक गेस्ट टीचर ने तो डिजिटल अरेस्ट की घटना से पीड़ित होकर आत्महत्या कर ली! ग्वालियर में ऐसे ही एक मामले में BSF के एक इंस्पेक्टर को 32 दिन घर में कैद रखा गया। बदमाशों ने उससे ₹71.25 लाख की वसूली की। प्रदेश में डिजिटल अरेस्ट की सबसे ज्यादा घटनाएं इंदौर में हुई! इससे लोग इतना परेशान हो गए कि एक इलाके के करीब 650 दुकानदारों ने UPI से पेमेंट लेना ही बंद कर दिया! ये केंद्र में बैठी BJP की सरकार की जिम्मेदारी है कि वो डिजिटल पेमेंट को बढ़ावा दे रही है, तो ऐसे फ्रॉड को रोकने भी कदम उठाए।