शांति के टापू को अशांत करती घटनाएं: मऊगंज के गड़रा गांव में एएसआई की मौत, इंदौर में पुलिस-वकील विवाद और भोपाल में दो युवकों की हत्या ने कानून व्यवस्था पर खड़े किए कई सवाल…

Update: 2025-03-17 07:14 GMT

भोपाल/इंदौर/मऊगंज: मप्र को शांति का टापू कहा जाता है। लेकिन प्रदेश में पिछले 48 घंटों में हुईं कुछ घटनाओं ने कानून व्यवस्था पर कई सवाल खड़े कर दिए हैं। मऊगंज में भीड़ द्वारा एएसआई की हत्या, इंदौर में पुलिस वकील विवाद और भोपाल में पिछले 24 घंटे में दो युवकों की हत्या ने सभी को चिंता में डाल दिया है।

हालांकि मऊगंज की घटना पर संज्ञान लेते हुए मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने सख्ती दिखाई है। मामले की जांच के उनके निर्देश के बाद डीजीपी कैलाश मकवाना ने मऊगंज पहुंचकर हालात का जायजा लिया।

मऊगंज के गड़रा गांव अभी है तनाव का माहौल

क्षेत्र में 100 पुलिसकर्मी तैनात, धारा 163 लागू


मऊगंज। एएसआई की हत्या के बाद गड़रा गांव में तनाव है। मौके पर 100 पुलिसकर्मी तैनात हैं। पुलिस का दावा है कि हालात काबू में है। घटना में शामिल जनजातीय परिवार के कुछ लोगों को हिरासत में लिया गया है। उल्लेखनीय है कि शाहपुर थाना क्षेत्र में शनिवार को जनजातीय परिवार ने एक युवक सनी द्विवेदी को बंधक बनाकर पीटा। उसे बचाने पहुंचे टीआई समेत पुलिस की टीम पर भी आरोपियों ने हमला कर दिया।

हमले में एक एएसआई रामचरण गौतम की मौत हो गई है। टीआई संदीप भारती के सिर पर गंभीर चोट आई है। वहीं, हनुमना तहसीलदार कुमारे लाल पनका को भी पीटा गया है, जिसमें उनके हाथ-पैर में फ्रैक्चर है। 8 और पुलिसकर्मी हमले में घायल हुए। पूरा विवाद दो महीने पहले हुए एक सड़क हादसे से जुड़ा है। हादसे में अशोक कुमार की मौत हो गई थी। परिवार ने इसे हादसा न मानते हुए सनी द्विवेदी पर हत्या का आरोप लगाया था।

जमीन विवाद से हुई थी पूरे मामले की शुरुआत

स्थानीय लोगों के मुताबिक रजनीश द्विवेदी की गड़रा गांव में जमीन है। गांव का ही रहने वाला अशोक कोल (जनजातीय) उनके यहां अधिया पर काम करता था। कुछ दिन पहले अशोक ने इसी जमीन से लगी भूमि को खरीद लिया था। लोगों का कहना है कि सनी और उसके परिवार वालों को यह बात अच्छी नहीं लगी।

करीब दो महीने पहले अशोक रजिस्ट्री करवाने के लिए हनुमना गया था। बाइक से लौटते वक्त सड़क हादसे में उसकी मौत हो गई थी। परिवार वालों का आरोप था कि सनी ने उसकी हत्या की है।

- शहीद हुए एएसआई रामचरण गौतम का उनके गृह ग्राम कोठी थानान्तर्गत पवईया गांव में राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया।

- मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने घटना पर शोक जताया।

- मृतक एएसआई गौतम को शहीद का दर्जा देने और मृतक के परिजनों को एक करोड़ की सहायता राशि देने की घोषणा की।

इनका कहना है

इस पूरे मामले में पुलिस ने दो लोगों को हिरासत में लिया है। जिनसे पूछताछ जारी है। दो गुटों के बीच विवाद को लेकर गांव वाले एकत्र हो गये थे। युवक की हत्या के बाद लोग भड़क उठे। पुलिस बल पर भी हमला किया गया जिसमें एक एएसआई शहीद हो गया। हालात अब काबू में हैं।

गांव ऐहतियात के तौर पर धारा 163 लगा दी गई है। - अजय श्रीवास्तव, जिलाधीश मऊगंज

पुलिस पर हमलों पर सख्त कार्यवाही होनी चाहिए

मऊगंज, इंदौर भोपाल की घटनाएं दुखद हैं। ये बताती हैं लोगों में हिंसक प्रवृत्ति बढ़ रही है। मऊगंज में कू्ररता के साथ एक युवक की हत्या और उसके बाद एक एएसआई की हत्या और तहसीलदार के हाथ पैर तोड़े जाना ठीक नहीं है। इंदौर में वकीलों ने जो कृत्य किया वह भी समझ से परे है। इस पर वरिष्ठ वकीलों को संज्ञान लेना चाहिए। पुलिस पर हमले के मामले में सख्त कार्यवाही होना चाहिए। - एन के त्रिपाठी, पूर्व पुलिस महानिदेशक 

व्यवस्था में कहीं न कहीं कमी है। ऐसे मामलों में मौके पर पुलिस का शांत रहना ठीक है। लेकिन कानून का उल्लंघन हो रहा है तो पुलिस कानून का क्रियान्वयन करवाएगी। पुलिस से नागरिक अच्छी व्यवस्था चाहते हैं तो फिर पुलिस के साथ ऐसा बर्ताव ठीक नहीं है। नागरिकों को चाहिए पुलिस का सहयोग करें। जरूरी है बच्चों को सिविक सेंस सिखाएं, ताकि ऐसी घटनाएं न हों। - स्वराज पुरी, पूर्व पुलिस महानिदेशक 

भोपाल में थाने से कुछ ही दूर किन्नर और उसके साथियों ने की युवक की हत्या

- एक दिन पूर्व पिकअप वाहन चालक ने युवक को घसीटकर मार डाला था

भोपाल। भोपाल में पिछले 24 घंटे में दो युवकों की हत्या की दो घटनाएं सामने आई हैं। रविवार सुबह करीब आठ बजे बरखेड़ी जहांगीराबद निवासी 24 वर्षीय आदिल पुत्र मोहम्मद आफताब की थाने से कुछ ही दूरी पर चाकू से हमला कर हत्या कर दी। मृतक के चाकू से तीन वार किए गए। इस मामले में पुलिस ने बुधवारा निवासी किन्नर अल्वीरा, नबाब और अन्य के खिलाफ मामला दर्ज किया है। इस वारदात का एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें किन्नर एक कार से उतर कर कार ऑटो में बैठने जाते हुए दिख रही है।

तभी मृतक पीछे से दौड़ते हुए उस पर हमला करता हुआ नजर आ रहा है। इसके बाद अल्वीरा और उसके साथी पीछाकर उसे पकड़ते हैं और उस पर हमलाकर देते हैं जिससे आदिल की मौत हो जाती है।

इससे एक दिन पहले भोपाल के अशोका गार्डन क्षेत्र में रंग लगाने पर विवाद में एक युवक राहुल लोधी ने शैलेंद्र सिंह को पिकअप वाहन द्वारा घसीटकर मार डाला था। आरोपी राहुल लोधी भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है।

इंदौर में पुलिस-वकील विवाद मामले में दो दिन में तीन एफआईआर


इंदौर। पुलिस-वकील के बीच हुआ विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। दो दिन में तीन एफआईआर दर्ज की गई हैं। वहीं इसके अलावा एक दो आवेदन की जांच की जा रही है। संभवत: जांच के बाद पुलिस इस मामले में भी अज्ञात के खिलाफ प्रकरण दर्ज करेगी। तुकोगंज थाने में टीआई के अलावा युवक की तरफ से भी एफआईआर की गई है। इधर, जहां

चक्काजाम व टीआई के साथ अभद्रता की गई वहां के सीसीटीवी फुटेज पुलिस खंगालकर अब अभद्रता करने वालों की पहचान करेगी। हालांकि जिन धाराओं में प्रकरण दर्ज किया गया है वह सभी जमानती धाराएं हैं, ऐसे में पहचान होने के बाद भी पुलिस गिरफ्तारी करने के बजाए केवल नोटिस ही थमा सकेगी।

उल्लेखनीय है कि बीते रोज परदेशीपुरा थाने में वकील अरविंद जैन, उनके वकील बेटे अपूर्व जैन और अर्पित जैन के खिलाफ प्रकरण दर्ज होने के बाद उपजा विवाद थाने से लेकर सड़क तक जा पहुंचा। इसके विरोध में वकीलों ने हाईकोर्ट चौराहे पर चक्काजाम किया। वकीलों को समझाइश देने पहुंचे तुकोगंज थाना प्रभारी जितेंद्र सिंह यादव व एसीपी कोतवाली विनोद दीक्षित के साथ वकीलों का विवाद हो गया।

दौरान टीआई यादव व एसीपी दीक्षित से बदसलूकी की गई। जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ। वीडियो वायरल हुआ तो शहरवासियों ने वकीलों को आड़े हाथों लिया। चारों ओर इस घटनाक्रम की निंदा हो रही है। हालाकिं अभी भी वकीलों और पुलिस के बीच का विवाद समाप्त नहीं हुआ है। दो दिन के भीतर विवाद से जुड़ी तीन एफआईआर दर्ज हुई हैं।

जिसमें अकेले दो एफआईआर तुकोगंज थाने में दर्ज हुई हैं। इसमें एक एफआईआर थाना प्रभारी जितेंद्र सिंह यादव ने अपने साथ हुई घटना के बाद अज्ञात दो लोगों के खिलाफ कराई वहीं इसी थाने में एक और एफआईआर आम वाहन चालक तेजराम ने कराई। उसने 200 अज्ञात वकीलों के खिलाफ दर्ज प्रकरण में बताया कि वह हाईकोर्ट चौराहे से गुजर रहा था इस दौरान चक्काजाम कर रहे वकीलों ने उसके साथ गाली गलौज करते हुए धमकाया।

तुकोगंज पुलिस ने बीएनएस की धारा 223,126(2),3(5) में केस दर्ज किया है। इधर पुलिस हाईकोर्ट चौराहे पर लगे सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है। जिन लोगों ने टीआई के साथ झूमाझटकी की है उनकी पहचान करने का प्रयास किया जा रहा है। 

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