इंदौर: BJP पार्षद कमलेश कालरा के घर तोड़फोड़ और मारपीट करने वाले 22 आरोपियों के ठिकाने पर पुलिस की छापेमारी
इंदौर, मध्यप्रदेश। भाजपा पार्षद कमलेश कालरा के घर में तोड़फोड़ और मारपीट करने वाले आरोपियों के ठिकानों पर पुलिस ने छापेमारी की है। बताया जा रहा है कि, 22 ठिकानों पर पुलिस द्वारा एकसाथ दबिश दी गई है। भाजपा से निष्कासित पार्षद जीतू यादव को पुलिस द्वारा जिला बदर करने की तैयारी भी की जा रही है।
कमलेश कालरा के घर में घुसकर तोड़फोड़ और मारपीट करने वालों में कुछ निगमकर्मी भी शामिल हैं। ये निगमकर्मी जीतू यादव के समर्थक बताए जा रहे हैं। पुलिस द्वारा की जा रही कार्रवाई से क्षेत्र में हड़कंप मच गया। कुछ स्थानीय भाजपा नेताओं ने पुलिस को रोकने की भी कोशिश की है।
40 अज्ञात आरोपियों के खिलाफ दर्ज हुआ था मामला :
कमलेश कालरा के बेटे को नग्न करने और मारपीट, अभद्रता के लिए पुलिस ने 40 अज्ञात आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया था। सीसीटीवी फुटेज के आधार पर 22 आरोपियों की एक सूची तैयार की गई थी। इन्हीं आरोपियों के ठिकानों पर पुलिस ने दबिश दी है।
जानकारी के अनुसार, DCP (जोन-2) अभिनय विश्वकर्मा और डीसीपी (जोन-4) ऋषिकेश मीणा ने परदेशीपुरा और MIG थाने की खुफिया टीम के साथ मिलकर आरोपितों के ठिकाने और अड्डों की रैकी की और छापेमारी की कार्रवाई को अंजाम दिया।
इंदौर में एमआईसी सदस्य जीतू यादव और पार्षद कमलेश कालरा के बीच चल रहे विवाद के बीच शनिवार को भाजपा ने पार्षद जीतू यादव को 6 साल के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया था। इसके पहले जीतू यादव ने भाजपा और महापौर परिषद से इस्तीफा दे दिया था।
पीएम कार्यालय ने मांगी रिपोर्ट :
सोशल मीडिया पर जीतू यादव का इस्तीफा वायरल हो रहा है। बताया जा रहा है कि उन पर केस भी दर्ज हो सकता है। बताया जा रहा है कि, पीएम कार्यालय से भी दोनों भाजपा पार्षदों के विवाद की रिपोर्ट मांगी गई है।
घटना पर बीजेपी नेताओं की चुप्पी :
इस घटना के बाद भाजपा के वरिष्ठ नेताओं ने चुप्पी साध ली थी। किसी भी नेता का कोई बयान सामने नहीं आया। घटना के पांच दिन बाद गुरुवार रात सांसद शंकर लालवानी ने सोशल मीडिया पर घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताया था। इसके कुछ देर पहले ही महापौर पुष्यमित्र भार्गव भी कालरा के घर पहुंचे थे।
ये है पूरा मामला :
कमलेश कालरा और जीतू यादव के बीच विवाद की शुरुआत एक ऑडिया से हुई थी। जिसमें पार्षद कालरा नगर निगम के एक कर्मचारी से बात कर रहे थे, जिसमें जीतू यादव का भी जिक्र होता है। इसके बाद एक ऑडियो और सामने आया जिसमें जीतू यादव कालरा को उनका नाम लेने पर गुस्सा होते हैं।
इसके बाद पार्षद कालरा के घर पर असामाजिक तत्व हमला कर देते हैं। वो उनके परिजनों के साथ मारपीट करते हैं और बेटे के कपड़े उताकर उसका वीडियो बना लेते हैं। कालरा का आरोप है कि ये सभी जीतू यादव के समर्थक हैं और उन्होंने ही हमला करने के लिए भेजा था।