जय बापू, जय भीम, जय संविधान रैली: महू में राहुल गांधी ने खोला सरकार के खिलाफ मोर्चा, कहा - देश में युवाओं को नहीं मिल सकता रोजगार
जय बापू, जय भीम, जय संविधान रैली : मध्यप्रदेश। जय बापू, जय भीम, जय संविधान' अभियान के तहत, डॉ. अंबेडकर नगर (महू) में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी पहुंच गए हैं। राहुल गांधी ने महू में सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। सरकार पर निशाना साधते हुए राहुल गांधी ने कहा कि, भारत में युवाओं को रोजगार नहीं मिल सकता। अरबपतियों ने यहां रोजगार के सिस्टम बंद कर दिए हैं।
राहुल गांधी ने कहा कि, 'हिंदुस्तान में विचारधारा की लड़ाई चल रही है। एक तरफ कांग्रेस है: जो संविधान को मानती है और इसके लिए लड़ रही है। दूसरी तरफ RSS-BJP है: जो संविधान के खिलाफ हैं, इसे कमजोर करते हैं और खत्म करना चाहते हैं। संविधान सिर्फ एक किताब नहीं है, इसमें हिंदुस्तान की हजारों साल पुरानी सोच है। इसमें अंबेडकर जी, महात्मा गांधी जी, भगवान बुद्ध, फुले जी जैसे महापुरुषों की आवाज है।'
महू में तीखे तेवर दिखाते हुए राहुल गांधी ने मीडिया पर भी निशाना साधा। राहुल गांधी ने कहा कि, 'इस देश का मीडिया सच नहीं दिखायेगा। मीडिया में अफगानिस्तान और पाकिस्तान की हालत दिखाई जाती है लेकिन भारत की हालत नहीं दिखाई जाती। इस देश का मीडिया जनता को सच नहीं दिखा रहा है।'
राहुल गांधी ने बड़ा दावा करते हुए कहा कि, भारत में आधी जनसंख्या पिछड़ों की है। जब बजट का निर्णय होता है पिछड़ों की बस पांच परसेंट भागीदारी होती है। क्या यह अन्याय नहीं है। आदिवासियों की आठ प्रतिशत आबादी है लेकिन निर्णय में उनकी भागीदारी न के बराबर है। दलित, आदिवासी और पिछड़ा वर्ग जोड़ने के बाद 73 प्रतिशत आबादी की करीब 6 प्रतिशत आबादी है। इस तरह इस जनता के पास दो ही भविष्य है। एक - मजदूरी करो और ज्यादा चिल्लाया तो जेल में जाओ।
जैसे ही कांग्रेस की सरकार आएगी हम जातिजनगणा करेंगे। तेलंगाना में क्रन्तिकारी तरह से जातिजनगण की है। तेलंगाना में यह बताया जाएगा कि, कहां किसकी और कितनी भागीदारी है। यही काम कर्नाटक में किया जा रहा है। लोगों को पता चल जायेगा कि, उनकी आबादी कितनी है। कितनी शर्म की बात है कि, हमारे देश के पिछड़ों को उनकी आबादी ही नहीं पता। ऐसा उस समय है जब प्रधानमंत्री खुद को ओबीसी कहते हैं।
कुछ दिन पहले RSS प्रमुख मोहन भागवत ने कहा- 'हिंदुस्तान को 15 अगस्त, 1947 को आजादी नहीं मिली, वो झूठी आजादी थी।' ये सीधा संविधान पर आक्रमण है। आंबेडकर जी की जिंदगी और खून - पसीने का अपमान इन लोगों ने किया है। कांग्रेस के कार्यकर्ता जहां - जहां संविधान का अपमान करें आपको चट्टान की तरह खड़े हो जाना है। मैं जनता हूँ कि, मध्यप्रदेश में कांग्रेस कार्यकर्ता पूरी जी - जान से लड़ते हैं। BJP ने लोक सभा से पहले भी संविधान को खत्म करने की बात कही थी, इन्होंने कहा था कि अगर 400 सीटें आ गईं तो संविधान बदल देंगे लेकिन उनके सामने कांग्रेस और INDIA के नेता व कार्यकर्ता खड़े हुए। नतीजा ये हुआ कि लोक सभा में नरेंद्र मोदी को संविधान के आगे माथा टेकना पड़ा। याद रखिए... जिस दिन संविधान खत्म हो गया, उस दिन देश के गरीबों के लिए कुछ नहीं बचेगा।'