विवादित बयान: मंत्री एंदल सिंह कंषाना बोले - मुरैना में 'रेत माफिया' नहीं 'पेट माफिया'
कृषि मंत्री एंदल सिंह कंषाना
मध्यप्रदेश। मुरैना में 'रेत माफिया' नहीं 'पेट माफिया' है...यह बयान डॉ. मोहन यादव सरकार के कृषि मंत्री एंदल सिंह कंषाना ने दिया है। उनका यह बयान उस वीडियो के जवाब में आया हैं जहां रेत माफिया अपना ट्रैक्टर छुड़ाने के लिए वन कर्मियों को जान से मारने की धमकी देता पाया गया था। एक और जहां प्रभारी मंत्री ने एक्शन लेने की बात कही है वहीं कृषि मंत्री ने इन बदमाशों पर अजीबो गरीब बयान देकर सरकार को विपक्ष के निशाने पर ला दिया है।
मुरैना के वायरल वीडियो पर मंत्री एंदल सिंह कंषाना से जब सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा - वहां रेत माफिया नहीं, पेट माफिया हैं। पेट भरने के लिए लोग अपना काम करते हैं। वहां कोई रेत माफिया नहीं है।
मोहन सरकार के मंत्री के विवादित बयान पर कांग्रेस विधायक सिद्धार्थ कुशवाहा ने कहा - यह तो बस एक मंत्री की बात है। पूरी सरकार ने माफियाओं को संरक्षण दिया है। सरकार सभी अवैध कामों को संरक्षण दे रही है। इन्हें पेट माफिया बताकर सरकार उन्हें संरक्षण ही तो दे रही है।
क्या है मामला :
मुरैना में रेत माफिया का एक वीडियो चर्चा का विषय बन गया। वायरल वीडियो में रेत माफिया वन अमले से जबरदस्ती जब्त किया गया ट्रैक्टर छुड़ाकर भागता नजर आ रहा है। इस मामले पर जब मंत्री कारण सिंह वर्मा से सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि, 'कलेक्टर से जानकारी लेकर उचित एक्शन लूंगा।'
मेरे लग गई तो गोली मार दूंगा एक-एक को..यह कहते हुए एक व्यक्ति अपना ट्रैक्टर छुड़ाकर ले गया। बताया जा रहा है कि, अंबाह वन रेंज के अधिकारी वीर कुमार तिर्की एसएएफ के दो जवानों और स्टाफ के साथ गश्त करने मुरैना गए थे। अंबाह से लौटते समय उन्हें एक ट्रैक्टर चंबल नदी से रेत निकालती दिखाई दी। जब वन विभाग की टीम ने ड्राइवर को रोकने की कोशिश की तो ड्राइवर ने ट्रॉली पलटा दी। वन विभाग ने ट्रैक्टर - ट्रॉली जब्त कर ली। इसके बाद चालक फरार हो गया। इसके बाद वन विभाग ने ट्रैक्टर जब्त कर एक्शन लिया।
बताया जा रहा है कि, अंबाह थाना क्षेत्र में वन अमले द्वारा शिकायत दर्ज करवाई गई है। वन अधिकारियों का कहना है कि, अब पुलिस मामले की जांच कर ट्रैक्टर जब्त करेगी।