मरकज में शामिल हुए महाराष्ट्र के 1400 लोगों में से 50 अभी भी लापता

- मोबाइल भी कर दिए हैं बंद

Update: 2020-04-07 13:48 GMT

मुम्बई। महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने मंगलवार को कहा कि दिल्ली के निजामुद्दीन (पश्चिम) में तबलीगी जमात के कार्यक्रम में शामिल हुए राज्य के 1400 लोगों में से 50 ने सरकार से अब तक कोई सम्पर्क नहीं किया है। देशमुख ने सामने ना आने पर कड़ी कार्रवाई की चेतावनी देते हुए इनसे स्वयं राज्य सरकार अधिकारियों से सम्पर्क करने को कहा।

उन्होंने कहा कि अधिकारियों से संपर्क करने पर राज्य सरकार ऐसे लोगों को पृथक रखेगी और उनकी देखभाल करेगी। देखमुख ने कहा कि पिछले महीने आयोजित तबलीगी जमात के इस कार्यक्रम में करीब 4,000 लोगों ने हिस्सा लिया था, जिनमें से कई कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए और कई की तो जान भी चली गई है। महाराष्ट्र से इस कार्यक्रम में 1400 लोगों ने हिस्सा लिया था।

देखमुख ने कहा कि इनमें से 1350 लोगों को पता लगाकर उन्हें पृथक कर दिया गया है। उन्होंने कहा, बाकी बचे 50 लोगों के मोबाइल अब भी बंद हैं। इसलिए हम उनसे खुद सरकार से सम्पर्क करने का आग्रह करते हैं। राकांपा नेता ने कहा कि पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण करें और राज्य सरकार के साथ सहयोग करें। अगर ऐसा नहीं किया तो हम उनका पता लगाएंगे और फिर आत्मसमर्पण ना करने के लिए उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

महाराष्ट्र में मंगलवार को 23 और लोगों में कोरोना वायरस संक्रमण की पुष्टि होने के बाद राज्य में कुल संक्रमितों की संख्या 891 पर पहुंच गई है। स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि इन 23 नए मामलों में से 10 मामले मुंबई से, चार पुणे से, तीन अहमदनगर से, बुल्ढाणा और नागपुर से दो-दो मामले और सांगली और ठाणे से एक-एक मामला सामने आया है। राज्य में अब तक 52 लोगों की इस बीमारी के चलते मौत हो चुकी है।

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