अमरावती में बड़ा हादसा, वर्धा नदी में नाव पलटी, 11 लोग डूबे, 3 के शव मिले
अमरावती। महाराष्ट्र के अमरावती जिले में मंगलवार को वर्धा नदी में नाव पलटने से एक ही परिवार के 11 लोग डूब गए। राहत एवं बचाव टीम को दोपहर तक केवल तीन लोगों के शव मिले हैं लेकिन हादसे का शिकार हुए अन्य आठ लोगों का शाम सात बजे तक कोई नहीं मिल सका था। वहीं, अंधेरा होने की वजह से एनडीआरएफ की टीम ने खोज अभियान सुबह तक के लिए रोक दिया है।
जानकारी के अनुसार अमरावती जिले में स्थित झुंज नामक स्थान पर अक्सर लोग धार्मिक विधि-विधान का कार्य करने आते हैं। हाल में ही स्थानीय गाडेगांव के निवासी मटरे परिवार में किसी का निधन हुआ था।यह परिवार सोमवार को वर्धा नदी के किनारे दशक्रिया करने पहुंचा था। बीती रात दशक्रिया संपन्न होने के बाद आज मंगलवार सुबह 10 बजे मटरे परिवार के सदस्य एक नाव से वरूड स्थित महादेव मंदिर में दर्शन करने जा रहे थे। जल यात्रा करते वक्त अचानक नाव का संतुलन बिगड़ गया और नाव पलट गई जिसमे बैठे 11 लोग पानी में डूब गए। डूबने वालों में नारायण मटरे (45), अश्विनी अमर खंडाले (25), वृषाली अतुल वाघमारे (19), अतुल वाघमारे (25), वंशिका प्रदीप शिवणकर (02), निशा नारायण मटरे (22), किरण विजय खंडाले (28), अदिती सुखदेव खंडाले (13), मोहिनी सुखदेव खंडाले (11), पियूष तुलसीदास मटरे (08) ,पुनम प्रदीप शिवनकर (26) शामिल हैं। इनमें से दोपहर एक बजे तक नारायण मटरे, वंशिका शिवनकर आणि किरण खंडाले का शव नदी से बरामद कर लिया गया है। बाकी आठ लोग अभी भी लापता हैं।
हादसे की सूचना मिलते ही डीएम पवनीत कौर ने प्रशासन को राहत और खोजबीन कार्य पर लगा दिया। वहीं, नागपुर से एनडीआरएफ की टुकडी के साथ ही अमरावती से 20 सदस्यों का बचाव दल और राज्य आपदा प्रबंधन की टीम पहुंचा और राहत कार्य में जुट गई लेकिन नदी का बहाव तेज होने की वजह से डूबने वालों की काफी दूर तक बहने की आशंका जताई जा रही है।डेप्युटी कलेक्टर डॉ. नितीन व्यवहारे ने बताया कि शाम 7 बजे के बाद अंधेरा होने की वजह से खोज अभियान रोक दिया गया है। बुधवार की सुबह बचाव दल दोबारा खोजबीन शुरू करेगा।