तिरुवनंतपुरम। बंगाल की खाड़ी में बने चक्रवाती तूफान 'यास' का असर हाल ही में अरब सागर में उठे 'ताउते' से प्रभावित क्षेत्रों में भी दिख रहा है। केरल के कई हिस्सों में भी तेज बारिश और तूफान की स्थिति बनी हुई है। खराब मौसम और तेज आंधी के बीच विझिंजम, त्रिवेंद्रम के तट से दूर कई नावें समुद्र में डूब गईं हैं जिसमें सवार मछुआरे भी लापता हो गए हैं। इंडियन कोस्ट गार्ड ने खोज और बचाव कार्य शुरू करके 6 मछुआरों को बचा लिया है। कोस्ट गार्ड ने अपने विमानों, इंटरसेप्टर क्राफ्ट और जहाजों को इस अभियान में लगाया है।
बंगाल की खाड़ी में इससे पहले भी लगातार चक्रवात आते रहे हैं लेकिन समुद्र का पानी गर्म होने से सबसे बड़ा बदलाव अरब सागर में हुआ है। इसी माह अरब सागर में आये चक्रवात 'ताउते' ने केरल, महाराष्ट्र, गुजरात, दमन-दीव में कहर ढहाया। केरल के पांच जिलों में तेज बारिश और तूफान की स्थिति बनी। महाराष्ट्र-गुजरात में काफी नुकसान हुआ और आम लोगों की जान गई। अरब सागर में नावों के फंस जाने से भी दर्जनों लोगों की मौत हो गई। अब बंगाल की खाड़ी से आए चक्रवात यास ने भले ही ओडिशा और बंगाल में खौफ का माहौल बनाया हुआ है लेकिन केरल के कई हिस्सों में भी तेज बारिश और तूफान की स्थिति बनी हुई है। मछुआरों को क्षेत्र में पानी से दूर रहने की चेतावनी दी गई है।
नावें समुद्र में पलटी -
केरल के तटों पर गहरे समुद्र से मछुआरों को वापस बुला लिया गया है। इसके बावजूद खराब मौसम और तेज आंधी के बीच विझिंजम, त्रिवेंद्रम के तट से दूर 25 मई की रात को मछली पकड़ने वाली 5 छोटी नावें समुद्र में पलट गईं। इन नावों में सवार मछुआरे भी लापता हो गए हैं। इंडियन कोस्ट गार्ड ने खोज और बचाव कार्य शुरू करके पलटी हुई नावों से 6 मछुआरों को बचाया है। एक मछुआरे को घायल अवस्था में अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बाकी लापता मछुआरों की खोज के लिए आईसीजी के डोर्नियर विमान विझिंजम क्षेत्र में उड़ान भर रहे हैं। अब इस अभियान में इंटरसेप्टर क्राफ्ट सी-441 और सी-427 के साथ आईसीजी का जहाज अभिनव भी शामिल हो गया है।