श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर के आतंकियों के साथ हंदवाड़ा मुठभेड़ में भारतीय सुरक्षाबलों को बड़ी कामयाबी मिली है। पाकिस्तान का रहने वाला लश्कर-ए-तैयबा के टॉप कमांडर आतंकी हैदर मारा गया है। हंदवाड़ा में सुरक्षाबलों ने हैदर के अलावा एक और आतंकी को मौत के घाट उतारा है और वह भी पाकिस्तानी बताया जा रहा है। हालांकि, उत्तरी कश्मीर में हंदवाड़ा क्षेत्र के एक गांव में आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में एक कर्नल और एक मेजर समेत पांच सुरक्षाकर्मी शहीद हो गए।
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, जम्मू-कश्मीर पुलिस के आईजी विजय कुमार ने बताया कि हंदवाड़ा एनकाउंटर में लश्कर का टॉप कमांडर हैदर को मार गिराया गया है। बताया जा रहा है कि सुरक्षा बलों के पांच जवानों को आतंकी हैदर ने ही निशाना बनाया था। हालांकि, अभी एक औतंकी की पहचान नहीं हो पाई है।
वहीं, पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह ने रविवार को कहा, 'यह सूचित करते हुए दुख हो रहा है कि कर्नल आशुतोष शर्मा, मेजर अनुज सूद और जम्मू कश्मीर पुलिस के उपनिरीक्षक शकील काजी समेत पांच बहादुर सुरक्षाकर्मी कर्तव्य पालन करते हुए शहीद हो गए।' उन्होंने बताया कि कर्नल और उनकी टीम ने आतंकवादियों द्वारा बंधक बनाए गए नागरिकों को बहादुरी से मुक्त करा लिया। मुठभेड़ में दो आतंकवादी भी मारे गए।
सेना ने बताया कि कुपवाड़ा जिले में हंदवाड़ा के चंगीमुल्ला इलाके में एक मकान में आतंकवादियों द्वारा कुछ नागरिकों को बंधक बनाए जाने की खुफिया सूचना मिलने के बाद सेना तथा जम्मू कश्मीर पुलिस ने एक संयुक्त अभियान चलाया था। इसने बताया कि पांच सैन्य और पुलिस कर्मियों की टीम नागरिकों को छुड़ाने के लिए आतंकवादियों के कब्जे वाले इलाके में घुसी और नागरिकों को सफलतापूर्वक बचा लिया।
सेना ने बताया कि हालांकि इस प्रक्रिया के दौरान आतंकवादियों ने टीम पर भारी गोलीबारी की और इसके बाद हुई मुठभेड़ में दो आतंकवादी मारे गए तथा पांच सुरक्षाकर्मी शहीद हो गए। अधिकारियों ने बताया कि ऐसा माना जा रहा है कि आतंकवादी पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर से घुसपैठ करने वाले एक समूह को लेने के लिए हंदवाड़ा पहुंचे थे।
कर्नल आशुतोष शर्मा और मेजर अनुज सूद के अलावा मुठभेड़ में नायक राजेश और लांस नायक दिनेश भी शहीद हो गए। कर्नल शर्मा 21 राष्ट्रीय राइफल्स के कमांडिंग ऑफिसर थे तथा उन्हें कश्मीर में दो बार वीरता पदक से सम्मानित किया जा चुका था। अधिकारियों ने बताया कि यहां एक श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया जाएगा जिसके बाद कर्नल शर्मा के पार्थिव शरीर को उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर ले जाया जाएगा तथा मेजर सूद के पार्थिव शरीर को चंडीगढ़ ले जाया जाएगा।