मुंबई। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने सभी राजनीतिक दलों से कोरोना महामारी की रोकथाम के लिए लगी पाबंदियों को हटाए जाने के नाम पर नागरिकों की जान से खिलवाड़ न करने की अपील की है। ठाकरे ने किसी पार्टी के नाम का जिक्र किए बगैर कहा कि राजनीति करने के लिए तो पूरा जीवन पड़ा है, राजनीतिक दलों को अगर आंदोलन ही करना है तो कोरोना के विरुद्ध करें, ताकि राज्य कोरोना मुक्त हो सके।
मुख्यमंत्री ठाकरे रविवार को कोरोना टास्क फोर्स की ओर से आयोजित आनलाइन कार्यक्रम 'हमारा डॉक्टर' को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना की दूसरी लहर अभी खत्म नहीं हुई है। कोरोना की तीसरी लहर की संभावना भी केंद्र सरकार की तरफ से व्यक्त की गई है। यह लहर हम तक न पहुंचे, इसके लिए सभी को सावधान रहना जरूरी है। महाराष्ट्र सरकार ने तीसरी लहर की रोकथाम के लिए हर तरह की व्यवस्था की है और आगे भी इसकी तैयारी की जा रही है। राज्य में अगर तीसरी लहर आए तो उससे कम से कम नुकसान हो, राज्य सरकार इसका हर स्तर पर प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की इस तैयारी में आम लोगों का भी सहयोग जरूरी है।
उन्होंने कहा कि कोरोना की पहली लहर में राज्य में आक्सीजन की कमी महसूस की गई थी। अन्य राज्यों से आक्सीजन मंगाना पड़ा था। दूसरी लहरी के बाद तीसरी लहर में आक्सीजन की कमी न होने पाए, इसलिए प्रशासन को अभी से तैयार रहना चाहिए। साथ ही सूबे में वर्षाजनित बीमारियां ने भी अपना असर दिखाना शुरू कर दिया है। इसलिए स्वास्थ्य विभाग को इन सब पर ध्यान देना जरूरी है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस समय यह शुरु करो, वह शुरु करो जैसी मांगें जोरदार तरीके से की जा रही हैं। कई राजनीतिक दल इसे लेकर जोरदार आंदोलन भी कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि राजनीति करने से हमारा फायदा होता है, लेकिन कोरोना के समय इस तरह के आंदोलन से लोगों की जान जा सकती है। इसलिए सभी राजनीतिक दलों को अगर आंदोलन करना ही है तो वे कोरोना के विरुद्ध करें, ताकि कोरोना से मुक्ति मिल सके।