ममता सरकार को सत्ता में बने रहने का अधिकार नहीं, भंग हो विधानसभा : विजयवर्गीय

विधायक हत्याकांड में राष्ट्रपति से मिले भाजपा नेता, सीबीआई जांच की मांग

Update: 2020-07-14 10:12 GMT

कोलकाता। उत्तर दिनाजपुर के हेमताबाद के विधायक देवेंद्र नाथ राय की संदिग्ध मौत के खिलाफ और राज्य की बिगड़ती कानून-व्यवस्था को लेकर भारतीय जनता पार्टी के एक प्रतिनिधिमंडल ने मंगलवार की सुबह नई दिल्ली में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात की। प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व भाजपा महासचिव व प्रदेश भाजपा के केंद्रीय प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय ने किया। उन्होंने भाजपा विधायक की मौत के मामले की सीबीआई जांच कराने की मांग की है। साथ ही कहा है कि वर्तमान सरकार को सत्ता में बने रहने का कोई अधिकार नहीं है। हमारी मांग है कि राष्ट्रपति तत्काल विधानसभा को भंग कर दें।

भाजपा प्रतिनिधिमंडल में विजयवर्गीय के साथ केंद्रीय राज्य मंत्री बाबुल सुप्रियो, सांसद डॉ स्वपन दासगुप्ता, सांसद राजू बिष्ट व केंद्रीय उप पर्यवेक्षक अरविंद मेनन शामिल थे। राष्ट्रपति से मुलाकात के बाद विजयवर्गीय ने पत्रकारों से बात की। उन्होंने कहा, "पश्चिम बंगाल में प्रजातंत्र सूली पर लटका हुआ है। अभी तक कार्यकर्ताओं की हत्या हो रही थी। भाजपा नेताओं और पदाधिकारियों को जाने से रोका जा रहा था। अब जनप्रतिनिधि की हत्या की जा रही है। हत्या को आत्महत्या दिखाकर पूरा सिनेरियो बदला जा रहा है।"

उन्होंने कहा, " मैं समझता हूं कि देश के अंदर पश्चिम बंगाल जैसा आराजक राज्य कोई नहीं है। जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आ रहे हैं, पश्चिम बंगाल में हिंसा बढ़ती जा रही हैं और भाजपा कार्यकर्ताओं की हत्या कर उसे आत्महत्या का रूप दिया जा रहा है। राज्य सरकार की कोई एजेंसी मौत की निष्पक्ष ढंग से जांच नहीं कर सकती है। इस मामले की सीबीआई जांच होनी चाहिए और ऐसी सरकार जहां जनप्रतिनिधि सुरक्षित नहीं हैं उसे सत्ता में बने रहने का कोई अधिकार नहीं है।

उन्होंने राष्ट्रपति से मांग की है कि तत्काल विधानसभा भंग कर देनी चाहिए और राज्यपाल से रिपोर्ट तलब करें। विजयवर्गीय ने बताया कि अभी तक पश्चिम बंगाल में भाजपा के 105 कार्यकर्ताओं की हत्या की जा चुकी है, लेकिन किसी भी दोषी को सजा नहीं मिली है। 

Tags:    

Similar News