चेन्नई। तमिलनाडु के नीलगिरी जनपद में स्थित पर्यटन स्थल उधगमंडलम (ऊटी) के पास मुदुमलाई टाइगर रिजर्व (एमटीआर) के बफर जोन में आग लगने से कम से कम दो हेक्टेयर वन भूमि क्षतिग्रस्त हो गई। वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि वन कर्मचारी, अग्निशमन और बचाव सेवा कर्मियों और स्थानीय लोगों सहित कम से कम 100 लोग आग बुझाने में लगे हुए थे। फिलहाल समाचार लिखे जाने तक आग पर पूरी तरह से काबू नहीं पाया जा सका है।
मुदुमलाई टाइगर रिजर्व-बफर जोन के उप निदेशक अरुण कुमार ने बताया कि यह आग सोमवार सुबह रिजर्व के अचाकराई क्षेत्र के जंगल में लगी थी और अभी तक पूरी तरह से आग पर नियंत्रण नहीं पाया जा सका है। आग को बुझाने का कार्य युद्ध स्तर पर चल रहा है।अरुण कुमार ने बताया, “यह घटना अचाकराई बस्ती के निकट है, इसलिए प्रभावित क्षेत्र तक पहुंचना मुश्किल नहीं था। आग की लपटों को बुझाने के लिए 40 वन कर्मचारियों को तैनात करने के बाद ऑपरेशन के लिए कम से कम 50 और अग्निशमन और बचाव सेवा कर्मियों को बुलाया गया।"
उन्होंने कहा कि यह निश्चित तौर पर मानव निर्मित आग थी। चूंकि यह क्षेत्र बांस के पेड़ों से ढका हुआ था, इसलिए आग तेजी से फैल गई। दोपहर तक इसे प्रभावित क्षेत्र के कम से कम एक तरफ से बुझा लिया गया था। अरुण कुमार ने कहा कि इस ऑपरेशन में स्थानीय लोग भी शामिल हैं।उन्होंने कहा कि आग को पूरी तरह से बुझाने के बाद ही हम सटीक क्षेत्र का आकलन कर पाएंगे और यह भी पता चल पाएगा कि क्या बांस के पेड़ों के अलावा कोई और नुकसान हुआ है। उन्होंने कहा कि हम इस संबंध में जांच कर रहे हैं और जल्दी ही इसकी वास्तविक जानकारी मिल जाएगी।