कोलकाता। लॉकडाउन के दौरान कोरोना संक्रमण के प्रसार कम करने के लिए राज्यों की तरफ से उठाए गए कदमों का आकलन करने को केन्द्र की तरफ से पश्चिम बंगाल भेजे जा रहे केन्द्रीय दल के फैसले पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कड़ी आपत्ति जताई है। लॉकडाउन के नियमों के उल्लंघन की रिपोर्ट्स के बीच सेंट्रल इंटर- मिनिस्टीरियल टीमें (केन्द्रीय अंतर मंत्रालय दलें) कोलकाता समेत सात जिलों का दौरा करेंगी।
एक ट्वीट में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि बिना स्पष्टीकरण के वह इस पर आगे बढ़ने में असमर्थ हैं। ममता ने सोमवार को ट्वीट करते हुए कहा- "कोविड-19 संकट के दौरान हम सभी सकारात्मक समर्थन और सुझाव खासकर केन्द्र का स्वागत करते हैं। हालांकि, जिस आधार पर केन्द्र ने आईएमसीटी (इंटर मिनिस्टीरियल सेंट्रल टीम) भारत के कुछ निश्चित जिलों में भेजने का फैसला किया है वह अस्पष्ट है।"
उन्होंने कहा, "मैं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह दोनों से यह अपील करती हूं कि वे इसके लिए इस्तेमाल किए गए मानदंडों को साझा करें। तब तक, मैं सशंकित हूं, और ऐसे बिना किसी पुख्ता कारण के हम इस पर आगे नहीं बढ़ सकते।"
गौरतलब है कि बंगाल में लॉकडाउन के दौरान जिस तरह नियमित तौर पर लॉकडाउन का उल्लंघन हुआ उससे केन्द्र चिंतित है, जैसे राज्य में हर दिन कुछ निश्चित समय के लिए मिठाई की दुकानों को खोलने की छूट देना, बिना किसी ऐहतियाती कदम के सब्जी, मछली और मुर्गा मंडियों में लोगों की काफी भीड़ देखी। ये बाजार सुबह 10 बजे से शाम 6 बजे तक खुले हुए हैं।
केन्द्र सरकार ने कहा कि छह सेंट्रल इंटर मिनिस्टीरियल टीमें बनाई गई हैं जिन्हें यह अधिकार दिया गया है कि वे यह सुनिश्चित करें कि लॉकडाउन गाइलाइंस जैसे- सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन हो भी रहा है या नहीं। इनमें से एक टीम अगले तीन दिनों में बंगाल में खासकर सात उन जिलों का दौरा करेंगी जहां पर राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन के उल्लंघन की खबरें हैं, जैसे- कोलकाता, हावड़ा, मिदनापुर ईस्ट, 24 परगना नॉर्थ, कलिमपोंग, दार्जिलिंग और जलपाईगुड़ी। यह टीम विशेष विमान से जाएंगी।
पश्चिम बंगाल में पिछले 24 घंटों में कोरोना वायरस से संक्रमण के 54 नए मामले सामने आए हैं जिसके बाद राज्य में संक्रमण के सक्रिय मामलों की संख्या 245 हो गई। एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी। राज्य स्वास्थ्य विभाग के अनुसार अब तक कुल 330 लोगों में कोरोना वायरस से संक्रमण की पुष्टि हुई है। उनमें से 12 लोगों की इस जानलेवा वायरस से मौत हो गई जबकि 73 लोग इलाज के बाद संक्रमणमुक्त होकर घर जा चुके हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार राज्य में संक्रमण के कुल मामलों की संख्या 339 है।