पंजाब विधानसभा का विशेष सत्र स्थगित, काले कपड़ों में सदन पहुंचे सिद्धू
विपक्ष ने अविश्वास प्रस्ताव की उठाई मांग
चंडीगढ़। पंजाब विधानसभा के विशेष सत्र के दौरान विपक्षी अकाली दल ने सरकार से बहुमत फ्लोर टेस्ट की मांग की। इसी बीच सत्र स्थगित कर दिया गया। दरअसल, राज्य विधानसभा का एक दिनी विशेष सत्र सिख पंथ के गुरु तेग बहादुर के प्रकाश दिवस मनाने को लेकर बुलाया गया था। विपक्ष ने गुटबाज़ी में फंसी कैप्टन अमरेंद्र सिंह सरकार के बहुमत साबित करने की बात की आशंका के बीच कांग्रेस ने अपने सभी विधायकों को मौजूद रहने के लिए व्हिप जारी किया था। आम आदमी पार्टी ने भी अपने विधायकों को व्हिप जारी कर सदन में किसी मतदान की सम्भावना के चलते सभी से पार्टी विचारधारा के मुताबिक मतदान करने के लिए कहा गया था। हालांकि सरकार ने सदन के आज के सत्र के लिए सिर्फ धार्मिक समागम का एजेंडा जारी किया था।
विधानसभा सत्र शुरू होने से पहले अकाली दल के विधायकों ने सदन के बाहर रोष प्रदर्शन किया। अकाली विधायक मांग कर रहे थे कि कांग्रेस सत्ता में आने से पहले जनता से किए वादे पूरा करे और कर्मचारियों की मांगें मानी जाएं। इस मौके पर अकाली विधायकों ने एक मंत्री पर गैंगस्टरों को सरपरस्ती देने का भी आरोप लगाए। आम आदमी पार्टी और अकाली दल इस इन्तजार में थे कि धार्मिक कार्य उपरांत वे सदन में मुख्यमंत्री से बहुमत साबित करने की मांग सदन में रखेंगे।
अविश्वास प्रस्ताव की मांग -
सत्र शुरू होते ही प्रथम चरण में दिवंगत आत्माओं को श्र्द्धांजलि दी गई और सदन की कार्यवाही कुछ देर के लिए स्थगित कर दी गई। सत्र के दूसरे चरण में श्रीगुरु तेग बहादुरजी के बारे में विचार व्यक्त किए गए और फिर सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी गई। जब सत्र के तीसरे चरण की कार्रवाई शुरू हुई और संसदीय मामलों के मंत्री ब्रह्म महिंद्रा ने सदन की कार्यवाही को अनिश्चितकाल के लिए स्थागित करने का प्रस्ताव रखने की शुरूआत की उसी बीच अकाली दल के विधायक बिक्रम सिंह मजीठिया ने कहा कि कैप्टन सरकार बहुमत खो चुकी है, इसलिए सरकार सदन ने बहुमत साबित करें। विपक्ष के हो हल्ला के बीच सदन को अनिश्चितकाल के लिए स्थागित करने का प्रस्ताव रखा गया और स्पीकर ने प्रस्ताव को बहुमत से पास होना घोषित कर दिया।
काले वस्त्र में आए सिद्धू -
मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह और पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू के मध्य छत्तीस का आंकड़ा चल रहा है।इसके चलते कांग्रेस भी दो गुट में बंटी सी दिख रही है। वे सदन में काले वस्त्र पहनकर आए जोकि चर्चा का विषय बने रहे। उनके अलावा ग्रेस की एक अन्य विधायक व मंत्री रजिया सुल्ताना भी काले वस्त्रों में थी।