नई दिल्ली। महाराष्ट्र के पालघर में दो साधु समेत तीन लोगों की हुई मॉब लिंचिंग की घटना की एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने निंदा की। उन्होंने कहा कि पालघर में जो कुछ भी हुआ, वह नहीं होना चाहिए था। पवार ने घटना को दुर्भाग्यपूर्ण और निंदनीय करार दिया।
उन्होंने कहा कि पुलिस ने तेजी से कार्रवाई करते हुए एक ही रात में घटना में शामिल 100 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया कर लिया। वहीं, मामले की जांच चल रही है।
एनसीपी प्रमुख ने कहा कि मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे जो कुछ भी कर सकते हैं, वह कर रहे हैं। लेकिन कुछ लोग राज्य की कानून व्यवस्था पर सवाल उठा रहे हैं, जबकि यह घटना अफवाह की वजह से हुई है। उन्होंने कहा कि यह घटना सही नहीं है।
इससे पहले घटना पर गृह मंत्री अमित शाह ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से बात की थी। गृह मंत्रालय ने महाराष्ट्र सरकार से घटना की रिपोर्ट भी मांगी थी। पालघर में सैकड़ों की भीड़ ने तीन लोगों की पीट-पीट कर हत्या कर दी थी। इसमें दो साधु भी शामिल थे।
इस मामले की वीडियो फुटेज सामने आने के बाद एफआईआर दर्ज कर 110 लोगों को गिरफ्तार किया गया था। इनमें 110 में से 101 लोगों को 30 अप्रैल तक पुलिस कस्टडी में भेजा गया है जबकि नाबालिगों को जुवेनाइल सेंटर होम में भेजा गया है।