श्रीनगर। पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) कश्मीर विजय कुमार ने शुक्रवार को कहा कि श्रीनगर अभी आतंकवाद से मुक्त नहीं है क्योंकि आतंकवादी धन और चिकित्सा प्राप्त करने के लिए जिले में आते रहते हैं। उन्होंने कहा कि हमारी सक्रियता हमें समय-समय पर उन्हें तलाशने में मदद करती है। इस समय तीन संगठनों के 12 शीर्ष आतंकियों को ट्रैक किया जा रहा है।
मालबाग में गुरुवार रात एक मुठभेड़ के दौरान शहीद हुए सीआरपीएफ जवान को श्रद्धांजलि देने के बाद आईजीपी ने कहा कि जब तक आतंकवाद है तब तक श्रीनगर आतंकवाद से मुक्त नहीं हो सकता। कई उद्देश्यों के लिए आतंकवादी शहर में आते रहते हैं। कई बार वे चिकित्सा के लिए आते हैं, कभी किसी से मिलने आते हैं तो कभी-कभी धन प्राप्त करने के लिए आते हैं। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि श्रीनगर में पिछले एक महीने से भी कम समय में तीन मुठभेड़ हुई हैं, जिसमें से एक मलबाबाग में गुरुवार रात को हुई मुठभेड़ भी शामिल है। उन्होंने कहा कि अगर किसी जिले में मुठभेड़ नहीं होती है, तो इसका मतलब यह नहीं है कि क्षेत्र या जिला उग्रवाद मुक्त है।
उन्होंने कहा कि मैं स्पष्ट कर दूं कि श्रीनगर में कोई आतंकवादी हमला नहीं हुआ है। तीनों घटनाएं पुलिस और सीआरपीएफ की सक्रिय कार्रवाई का परिणाम थीं और इस दौरान शहर में छिपे हुए आतंकियों को ट्रैक करके मार दिया गया था। गुरुवार को भी सुरक्षाबलों को सूत्रों से पुख्ता जानकारी मिली थी जिसके आधार पर उस स्थान को घेर लिया गया जहां आतंकी छिपे हुए थे। इस दौरान आतंकियों ने अचानक अंधाधुंध गोलीबारी की, जिसमें एक सीआरपीएफ जवान घायल हो गया, जिसने बाद में दम तोड़ दिया था।
आईजीपी ने कहा कि मालबाग ऑपरेशन में पुलिस और सीआरपीफ ने अनंतनाग जिले के एक आइएसजेके कमांडर जाहिद दास को मार गिराया, जो चार अन्य आतंकवादियों के साथ मिलकर पुलिस और सीआरपीएफ पर हुए हमलों में शामिल था। इनमें बिजबिहाड़ा का वह हमला भी है जिसमें एक बच्चा मारा गया था। उन्होंने कहा कि वह हमारे लिए एक बड़ा अपराधी था। उन्होंने कहा कि आतंकी जाहिद दास को मार गिराना हमारे लिए बड़ी सफलता है। आईजीपी ने कहा कि जाहिद दास के दो अन्य सहयोगियों को हाल ही में बिजबिहाडा मुठभेड के दौरान मार दिया गया था और उसके समूह के दो अन्य आतंकियों को जल्द ही मार गिराया जाएगा।
हिज्बुल मुजाहिदीन के 12 शीर्ष कमांडरों, जैश-ए-मुहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि यह सभी पुलिस के रडार पर हैं, जिनमें हिज्ब के पांच, लश्कर के तीन और जैश के चार कमांडर शामिल हैं। उन्होंने कहा कि हमने पहले ही उनके नामों की घोषणा कर दी है और उन्हें ट्रैक किया जा रहा है।