शाहाबाद: 2007 का था वो दिन, एक रात थी 2020 की, सब याद आता है…
10 बरस के थे तब आदि, आज 'मां' का संबल बन 'मंच' पर है, 17वीं पुण्यतिथि पर पति की भावुक हुईं मंत्री रजनी तिवारी...
शाहाबाद। विश्व हिंदू परिषद के पूर्व जिलाध्यक्ष और पूर्व विधायक उपेन्द्र तिवारी की 17वीं पुण्यतिथि पर अंबेडकर मैदान में बड़ा जलसा हुआ। विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं से पात्रों को संतृप्त करने संग विधायक निधि से हुए विकास कार्यों का लोकार्पण भी मुख्य अतिथि उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और विशिष्ट अतिथि जनपद प्रभारी मंत्री असीम अरुण ने किया। अतिथियों के स्वागत के बाद अल्प संबोधन में मंत्री रजनी तिवारी जज्बाती हो गईं।
रजनी तिवारी ने पति को याद करते हुए बात शुरू की। बोलीं, उनकी ही ऊर्जा से 2008 से अब तक हर संघर्ष से पार पाया है। जनसेवा की जो लौ वह जला गए थे, उसे यथाशक्ति विपरीत हवाओं में भी संभाल के रखा। पति की पुण्यतिथि पर क्षेत्र के लोग हमारी सरकार के जनकल्याण के कार्यक्रमों और योजनाओं से संतृप्त हो, इसलिए आयोजन किया है। वैसे तो पात्रों को योजनाओं का लाभ उनके दरवाजे पर ही मिल रहा है। लेकिन, इस बहाने एकत्र होकर भेंट हो जाती है। कहा, इस अवसर पर पधारने के लिए उप मुख्यमंत्री, प्रभारी मंत्री सहित अन्य सभी ने व्यस्त समय दिया, इसकी आभारी हूं।
अतिथियों के आभार के बाद मंत्री रजनी तिवारी भावुक हो गईं। बोलीं, बहुत सारी चीज़ें याद आती हैं ...2007 का वो दिन था, और 2020 की वो रात थी, सब याद आता है ...लेकिन, वो सब ना कहते हुए, तब हमारे आदि दस बरस के थे (आदि की ओर देख कर) ...आज हमारा संबल बन कर मंच पर हैं, बात खत्म की ...लेकिन, इसके बाद बात तो ये भी होनी है कि, ये आदि उपेन्द्र तिवारी का ’ऑफिशियल पॉलिटिकल डेब्यू है ? हालांकि, 2022 में आदि ने मां के चुनावी अभियान में सक्रिय भागीदारी निभाई थी और उनकी गैरमौजूदगी में क्षेत्र में भी दिखते हैं।