संभल: शाही जामा मस्जिद सर्वे पर हुए पथराव के बाद पुलिस ने निकाला फ्लैग मार्च
संभल, उत्तरप्रदेश। 24 नवंबर को शाही जामा मस्जिद सर्वे पर हुए पथराव की घटना के बाद आज (28 नवंबर) संभल पुलिस ने फ्लैग मार्च किया। संभल के एडिशनल एसपी श्रीशचंद ने कहा, "हमने सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत किया है और सुरक्षा बल तैनात किए गए हैं। हम सभी कार्यक्रमों को सुरक्षित तरीके से आयोजित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं... हिंसा का कोई संकेत नहीं है और हर महत्वपूर्ण बिंदु पर पुलिस बल तैनात है... कल (शाही जामा मस्जिद में) नमाज अदा की जाएगी।"
जानकारी के अनुसार, संभल हिंसा मामले में तीन और आरोपी हिरासत में लिए गए हैं। इसके अलावा मामले में 49 अन्य आरोपियों की पहचान हुई है। संभल में कोर्ट के आदेश पर हुए जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान भड़की हिंसा के बाद पुलिस-प्रशासन लगातार कार्रवाई कर रही है।
74 अन्य दंगाइयों-बलवाइयों की पहचान की गई है जो अभी फरार हैं, उनकी तलाश जारी है। इस बीच योगी सरकार संभल में उपद्रव करने वाले आरोपियों पर सख्त एक्शन लेने के मूड में है। सूत्रों के अनुसार सरकार ने निर्णय लिया है कि हिंसा-आगजनी के कारण हुए सार्वजनिक और निजी संपत्ति के नुकसान की भरपाई वह दंगाइयों-बलवाइयों से ही करेगी।
गृह विभाग से जुड़े सूत्रों के अनुसार, संभल में जामा मस्जिद सर्वे को लेकर भड़की हिंसा के खिलाफ अब योगी सरकार सख्त करवाए करने जा रही है। हिंसा के पत्थरबाजों और उपद्रवियों पर योगी सरकार नए नुकसान से वसूली अध्यादेश के तहत कार्रवाई करने जा रही है।
अब तक पुलिस ने 21 आरोपियों के पोस्टर जारी किये हैं, जिनमें तीन बच्चे भी शामिल हैं। पुलिस अधीक्षक के मुताबिक अभी तक 100 उपद्रवियों की शिनाख्त हो चुकी है।
गौरतलब है कि योगी सरकार पहले ही उपद्रवियों और अपराधियों के खिलाफ नुकसान की वसूली और सार्वजनिक स्थलों पर पोस्टर लगाने का अध्यादेश जारी कर चुकी है। दरअसल, दिसंबर 2019 में सीएए के खिलाफ यूपी के कई शहरों में हिंसा हुई थी।