गाजियाबाद: डासना मंदिर पहुंचे यति नरसिंहानंद गिरि, कहा - मैं जेल जैसी स्थिति में रहा...हिन्दुओं पर अत्याचार हो रहा
उत्तरप्रदेश। यति नरसिंहानंद गिरि 26 दिन बाद गाजियाबाद पहुंचे। उन्होंने कहा कि, 'यूपी पुलिस ने मुझे उत्तराखंड में एक कमरे में बंद रखा। मैं जेल जैसी स्थिति में रहा। पैगंबर मोहम्मद पर विवादित बयान देने के बाद यति नरसिंहानंद 4 अक्टूबर से 'लापता' थे।' यति नरसिंहानंद गिरि द्वारा की गई टिप्पणी के बाद गाजियाबाद समेत उत्तरप्रदेश के कई जिलों में प्रदर्शन हुए थे।
यति नरसिंहानंद गिरि ने वीडियो मेसेज जारी कर बताया कि, गाजियाबाद पुलिस द्वारा मुझे उत्तराखंड के एक कमरे में रखा गया था। मेरा फ़ोन भी मुझसे छीन लिया गया था। 29 अक्टूबर को मुझे उत्तरप्रदेश - उत्तराखंड बॉर्डर पर छोड़ दिया गया। इसके बाद मैं देर रात दिल्ली पहुंच पाया।
श्रीपंच दशनामा जूना अखाड़ा के महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरि ने वीडियो मेसेज में कहा कि, मैं सीएम योगी से निवेदन करना चाहता हूँ। मेरे साथ और मेरे बच्चों के साथ जो हुआ वह अत्याचार की परिकाष्ठा है। पुलिस द्वारा मुझ पर अत्याचार किया गया। मेरा सीएम से विशेष अनुरोध है, मेरी बेटी है श्वेता प्रजापति, इनके पति का नाम मनोज प्रजापति है। जहां ये रहते हैं उस सोसायटी में एक मुल्ला आया। जैसा कि, सभी लोग जानते हैं ये लोग कहीं भी अल्लाह हु अकबर...गैर कानूनी काम करके चले जाते हैं। मनोज प्रजापति ने इस व्यक्ति को देखकर कह दिया कि, कहां जा रहे हो? इसके बाद उसके संगी - साथियों ने यहां आकर खूब हंगामा किया।
यति नरसिंहानंद गिरि ने आगे कहा कि, 'यूपी पुलिस ने मनोज प्रजापति को ही जेल भेज दिया। जब से हिन्दुओं का राज आया है तब से हिन्दुओं की सुनवाई बंद हो गई है। जिहादी ने एक वीडियो बनाकर श्वेता और मनोज का नंबर वायरल कर दिया। श्वेता और मनोज को अब रोज धमकी भरे फ़ोन आते हैं। मुल्ले द्वारा जारी वीडियो की जांच की जानी चाहिए। सीएम महोदय अपने पुलिस को बताएं कि, हिन्दू भी जीव हैं। हिन्दू आपसे आशा रखते हैं। आपकी पुलिस हिन्दुओं पर अत्याचार कर रही है। आप हिन्दुओं के सूर्य हैं। मेरी बात पर ध्यान देना आपके हित में रहेगा।'