नई दिल्ली। मोबाइल पर मुफ्त में बातचीत (कॉल) का दौर अब खत्म होने की शुरुआत हो गई है। रिलायंस जियो उपभोक्ताओं से किसी अन्य कंपनी के नेटवर्क पर कॉल करने पर शुल्क लेगी। कंपनी ने बुधवार को इसकी जानकारी दी। इससे आपका जियो रिचार्ज और प्लान पहले से थोड़ा महंगा हो जाएगा। लेकिन वोडाफोन-आइडिया ने कहा है कि वह अपने ग्राहकों को ऐसा कोई बोझ नहीं देना चाहती है कि हर बार कॉल करने से पहले उन्हें सोचना पड़े कि ऑन-नेट (वोडाफोन आइडिया से वोडाफोन आइडिया) कॉल कर रहे हैं या ऑफ नेट (वोडाफोन आइडिया से अन्य नेटवर्क)। वोडाफोन ने ट्वीट में कहा, 'वोडाफोन से अन्य नेटवर्क पर कॉल करने के लिए कोई चार्ज नहीं लगेगा, तो हमने आपसे जो वादा किया था उसका आनंद लें। वोडाफोन अनलिमिटेड प्लान्स पर वास्तव में फ्री कॉल।'
बयान के मुताबिक इसके लिए उपभोक्ताओं को कूपन लेना होगा जिसकी शुरुआती कीमत 10 रुपये है। दूरसंचार बाजार के विशेषज्ञों का कहना है कि आने वाले दिनों में अब दूसरी कंपनियां भी कॉल के लिए शुल्क लेने की शुरुआत कर सकती हैं।
जियो ने अपने बयान में कहा है कि अन्य कंपनियों की 2जी सेवाएं महंगी हैं जिसकी वजह से उन कंपनियों के ग्राहक जियो के उपभोक्ताओं को मिस्ड कॉल करते हैं। जब जियो के ग्राहक उन्हें वापस कॉल करते हैं तो उसके बदले जियो को उन कंपनियों को इंटरकनेक्ट प्रयोग शुल्क (आईयूसी) चुकाना पड़ता है। जियो नेटवर्क पर रोजाना ऐसी 30 करोड़ तक मिस्ड कॉल आती हैं। जियो ने इसके लिए तीन साल में 13,500 करोड़ चुकाए हैं। एयरटेल और वोडा-आइडिया ने जियो के इस कदम पर कहा है कि यह छोटे रिचार्ज वाले उपभोक्ताओं पर बोझ बढ़ाने का काम करेगा। ट्राई को आईयूसी मुद्दे पर गहन विचार करने की जरूरत है।