आगरा। स्मार्ट सिटी के कार्यों की धीमी गति पर सोमवार को मंडलायुक्त के सख्त रुख के बाद कंपनी एक्शन मोड में है। फतेहाबाद रोड के विकास कार्यों में अड़ंगा लगा रहे लोगों और ठेकेदारों के खिलाफ कार्रवाई का खाका तैयार कर लिया गया है। कंपनी के सीईओ नगर आयुक्त निखिल टीकाराम फुंडे ने बताया कि फतेहाबाद रोड के मामले में कई लोगों के खिलाफ मुकदमा कराने के निर्देश दिए हैं। उनके खिलाफ तहरीर दी जा रही है।
स्मार्ट सिटी योजना के तहत फतेहाबाद रोड का निर्माण लोक निर्माण विभाग ने कराया था। अब कंपनी वहां अन्य यूटिलिटी के साथ रोड के सौंदर्यीकरण पर काम कर रही है। यहां नाला बनाया जा रहा है तो यूटिलिटी डक्ट का काम किया जा रहा है। फुटपाथों और डिवाइडरों को बेहतर बनाने का काम किया जा रहा है। इसके साथ ही पेड़ों का सौंदर्यीकरण, स्ट्रीट लाइट, कैमरे, सिग्नल सिस्टम, साइनेज आदि का काम भी होना है। नाला और यूटिलिटी डक्ट का काम डेढ़ वर्ष से चल रहा है लेकिन पूरा नहीं हो पा रहा है। कंपनी के अधिकारियों के मुताबिक, बीच-बीच में निर्माणों को लेकर विवाद की स्थिति है। इस वजह से कई स्थानों पर काम अधूरा छोड़ना पड़ा है। नगर निगम इसे अतिक्रमण करार देता है तो निर्माणकर्ता उसे वैध बताते हैं। इसके साथ फतेहाबाद रोड बाजार के कारोबारियों के कई और भी मुद्दे हैं, जिनको लेकर कंपनी और कारोबारियों के बीच विवाद है। इसी गतिरोध की वजह से काम अधर में है। नगर आयुक्त का कहना है कि कोई विवाद है तो निस्तारण किया जा सकता है। लेकिन कुछ लोगों ने बेवजह अड़ंगा डालने की कोशिश की है। यदि अतिक्रमण है तो हर हाल में हटेगा और अड़चन पैदा करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। नगर आयुक्त के मुताबिक ऐसे लोगों को चिह्नित किया गया है। ऐसी कार्रवाई केवल फतेहाबाद रोड पर ही नहीं अन्य स्थानों पर भी होगी। उधर कंपनी के ठेकेदारों के खिलाफ कार्रवाई की योजना बना ली है। नगर आयुक्त काम की समीक्षा कर रहे हैं। जिन ठेकेदारों की कमी सामने आएगी, उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।