सुरक्षा, सम्मान, स्वाभिमान से नारी सशक्तीकरण का लक्ष्य प्राप्त होगा : मुख्यमंत्री

Update: 2021-03-08 12:45 GMT

लखनऊ। नारी गरिमा के रूप में नारी शक्ति का जो हमारा कार्यक्रम चल रहा है। वह महिलाओं की सुरक्षा, महिलाओं के सम्मान और महिलाओं के स्वावलंबन से भी जुड़ा है। जब सुरक्षा, सम्मान और स्वाभिमान एक साथ जुड़ेगा, तो नारी सशक्तीकरण का लक्ष्य स्वत: प्राप्त होगा। मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर सोमवार को लखनऊ स्थित इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में आयोजित कार्यक्रम में बोल रहे थे।

इस दौरान विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाली महिलाओं का सम्मान एवं संवाद तथा विभिन्न योजनाओं का शुभारम्भ-शिलान्यास किया गया। इसके साथ ही सभी जनपदों में विभिन्न आयोजनों की श्रृंखला की शुरुआत की गई।मुख्यमंत्री ने कहा कि जिस समाज ने मातृशक्ति को इतना सम्मान दिया हो उस समाज में आधी आबादी के साथ भेदभाव और बर्बरता क्यों हो रही है, यह प्रश्न हम सबके सामने हमेशा खड़ा रहता है। उन्होंने कहा कि वहीं अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस की जब बात आती है तो हम जैसे भारतीयों के बारे में तो यह प्रश्न स्वत: खड़ा होता है कि क्या अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर कार्यक्रमों की औपचारिकता तक सीमित रहकर हम इस समस्या का समाधान निकाल पाएंगे।

उन्होंने कहा कि लेकिन यह शुरुआत है। हम लोगों ने तो अपने पर्व और त्योहारों को तक महिलाओं के साथ जोड़ा है। प्रदेश में जब मिशन शक्ति का कार्यक्रम प्रारंभ किया गया तो शारदीय नवरात्रि थी। यानी नारी शक्ति की प्रतीक जगत जननी मां भगवती दुर्गा के अनुष्ठान का कार्यक्रम था, जिसके हम वर्ष में दो बार आयोजित करते हैं।हम हम सरकार में आए तो हमारे सामने चुनौतियां थी। उत्तर प्रदेश आबादी के हिसाब से देश का सबसे बड़ा प्रदेश है। यहां की व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए हम लोगों ने जो अभियान प्रारंभ किए, उसमें प्रदेश के समग्र और समावेशी विकास को ध्यान में रखा गया। मुख्यमंत्री ने कहा कि समग्र और समावेशी विकास के लिए आवश्यक है कि एक ऐसी व्यवस्था, जिसमें व्यक्ति व्यक्ति के बीच में जाति, क्षेत्र, भाषा और किसी अन्य आधार पर विभाजन की रेखा नहीं खींची जाए।

उन्होंने कहा कि लेकिन बहुत से ऐसे वर्ग हैं जिनको विशेष प्रोत्साहित करने की आवश्यकता है। उस प्रोत्साहन के लिए आवश्यकता पड़ी तो समाज के साथ सरकार खड़ी होगी। समाज व सरकार जब एक साथ खड़ी होंगे और एक साथ चलना प्रारंभ करेंगे तो समस्या का समाधान स्वत: होते हुए दिखाई देगा। उन्होंने कहा कि इस मंच पर आज समाज की अलग-अलग क्षेत्र में कार्य करने वाली चार ऐसी नारी शक्ति की स्वरूप की बात सभी ने सुनी। इन महिलाओं ने अपने-अपने क्षेत्र में विशेष योगदान दिया है। इन्हीं में से एक झांसी की रवि रंजना पाल हैं। मुख्यमंत्री ने बुन्देलखण्ड के सूखे और पालयन का जिक्र करते हुए कहा कि पिछले चार वर्षों में सरकार ने सूखे की समस्या का काफी हद तक समाधान किया है। अब तो प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रयासों से बुन्देलखण्ड के लिए हर घर नल की योजना लेकर सरकार आ रही है। हर घर तक पेयजल की व्यवस्था उपलब्ध कराने का काम हो रहा है।

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