मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया योग, दिया शरीरमाद्यं खलु धर्मसाधनम् का मंत्र

Update: 2022-06-21 12:59 GMT

लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर मंगलवार को लखनऊ के सांसद और रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने 'योगश्चित्तवृत्तिनिरोधः' का मंत्र दिया। उन्होंने योगाभ्यास किया। सिंह ने कहा कि योगाभ्यास उनके जीवन का अभिन्न अंग है। अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर उस क्रम को बनाये रखते हुए उन्होंने योगासन करने के साथ-साथ सभी के उत्तम स्वास्थ्य की कामना की। 

उत्तर प्रदेश के प्रमुख नेताओं में शामिल रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने योग का मंत्र दिया। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेशवासियों को शरीरमाद्यं खलु धर्मसाधनम् का मंत्र दिया। मुख्यमंत्री ने अपने संदेश में कहा कि यदि आपका शरीर स्वस्थ है तो धर्म के सभी साधन स्वयं क्रमवार सफल होते जाएंगे। लेकिन, यदि शरीर आरोग्य नहीं है तो धर्म का कोई भी साधन सफल नहीं हो सकता। योग का पहला नियम अनुशासन से जुड़ा है। योग हमें अनुशासन में बांधकर, निरोगता और शारीरिक व मानसिक विकास की ओर ले जाता है। योग एक छोटी सी व्यवस्था से एक बड़े आयाम की ओर हम सभी को ले जाने का कार्य करता है। 

राज्यपाल हुई शामिल - 


मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ के राजभवन में सामूहिक योग कार्यक्रम में सहभागिता की और सभी के साथ योग किया। राजभवन में आयोजित योग कार्यक्रम में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल समेत कई शासकीय अधिकारियों ने भी सहभागिता की। 

योग और ध्यान - 


अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की शुभकामनाएं देने वालों में भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष एवं उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य भी शामिल हैं। मौर्य ने लखनऊ के रेजीडेंसी पार्क में योग और ध्यान किया। पार्क में बड़ी संख्या में मौजूद लोगों को उन्होंने योग का संदेश दिया। 

भाजपा के वर्तमान प्रदेश अध्यक्ष एवं जल शक्ति मंत्री स्वतंत्रदेव सिंह ने अंतरराष्ट्रीय योग दिवस को खास बनाने के लिए लखनऊ के गोसाईंगंज क्षेत्र स्थित गंगागंज स्टेडियम में आयोजित योग शिविर कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। स्वतंत्रदेव सिंह ने योग अभ्यास करने के बाद उपस्थित लोगों से बातचीत की। प्रदेश के अन्य जनपदों में भी प्रमुख नेताओं एवं मंत्रियों ने अलग-अलग कार्यक्रमों में सहभागिता की और योग आसन कर सभी को योग करने का संदेश दिया।

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