पंचायत चुनाव में विजयी प्रत्याशियों को CM योगी ने दी बधाई
उन्होंने चुनाव परिणामों के बाद लोगों से कोविड-19 को लेकर प्रशासन की गाइडलाइंस और 'कोरोना कर्फ्यू' के प्रोटोकॉल का पालन करने की अपील की है।
लखनऊ: उत्तर प्रदेश में त्रि-स्तरीय पंचायत चुनाव के नतीजे आने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी विजयी प्रत्याशियों बधाई दी है। उन्होंने चुनाव परिणामों के बाद लोगों से कोविड-19 को लेकर प्रशासन की गाइडलाइंस और 'कोरोना कर्फ्यू' के प्रोटोकॉल का पालन करने की अपील की है।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को पंचायत चुनाव में विजयी प्रत्याशियों को ट्वीट कर बधाई दी है। उन्होने कहा कि 'जनता जनार्दन का आशीर्वाद प्राप्त कर उत्तर प्रदेश के पंचायत चुनाव-2021में विजयी हुए सभी प्रत्याशियों को हार्दिक बधाई। इस चुनौतीपूर्ण कालखंड में आप सभी स्थानीय प्रशासन के साथ मिलकर सहयोग करें तथा मानवता की सेवा में सहभागी बनें।
उन्होंने आगे कहा कि ' चुनाव परिणामों के उपरांत प्रशासन की गाइडलाइन्स तथा 'कोरोना कर्फ्यू' के प्रोटोकॉल का पालन अवश्य करें। आप सभी के उज्ज्वल कार्यकाल के लिए मेरी मंगलकामनाएं।
त्रि-स्तरीय पंचायत चुनाव के नतीजे आते ही अब जिला पंचायत अध्यक्ष व ब्लाक प्रमुख पदों को कब्जाने की जोड़तोड़ तेज हो गयी है। सत्ताधारी भाजपा का एकतरफा पलड़ा भारी नहीं होने और सपा से कड़ी चुनौती मिलने से मुकाबला फंसेगा। ऐसे में सबसे अधिक संख्या में जीते निर्दलों की भूमिका अहम होगी।
प्रदेश में 75 जिला पंचायत अध्यक्ष तथा 826 ब्लाक प्रमुखों का चुनाव होगा। कुल निर्वाचित 3050 जिला पंचायत सदस्यों में से भाजपा व समाजवादी पार्टी लगभग बराबरी की संख्या पर दिख रहे है परंतु निर्दल सदस्यों की संख्या अधिक है। बसपा भी पंचायत चुनाव में तीसरी ताकत बनने में सफल रही है।
सपा नेतृत्व दावा कर रहा है कि तीन दर्जन से अधिक जिला पंचायतों में सपा का पलड़ा भारी है। इसी तरह ब्लाकों में भी समाजवादी दबदबा बना है। दूसरी भाजपा नेतृत्व का समाजवादी दावे को खारिज करते हुए कहना है कि जिला पंचायत अध्यक्ष व ब्लाक प्रमुख चुनाव में पता चलेगा कि कौन किस पर भारी है।
वहीं, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह का कहना है कि जनता ने भाजपा को अभूतपूर्व समर्थन दिया है। जनता ने एक बार फिर परिवारवाद व भ्रष्टाचार की राजनीति को नकारते हुए शुचिता व सुशासन को प्राथमिकता दी है। अब भाजपा अधिकतर जिलों में जिला व क्षेत्र पंचायतों में बोर्डों के गठन में जुटी है।