मुख्यमंत्री ने चीनी मिल समितियों के लिए 77 ट्रैक्टर को हरी झंडी दिखाकर किया रवाना
मुख्यमंत्री ने कहा कि सिंचाई किसान की बुनियादी सुविधाएं हैं। उसकी बुनियादी सुविधाएं मिल जाए तो वह सब कुछ कर लेगा।
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सहकारी गन्ना एवं चीनी मिल समितियों में स्थापित फार्म मशीनरी बैंकों के लिए 77 ट्रैक्टर को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इन ट्रैक्टरों को फूलों के साथ ही गन्ना से भी सजाया गया था। इस अवसर पर योगी आदित्यनाथ ने कहा कि होली के एक दिन पहले यह उपहार होली के आनंद को कई गुना बढ़ा देगा। उन्होंने कहा कि 2014 से पहले किसानों की स्थिति क्या थी, यह सब जानते हैं। आज आप देख सकते हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शपथ लेने के साथ ही किसान बीमा, समर्थन मूल्य, किसान सम्मान निधि आदि योजनाएं शुरू की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सिंचाई किसान की बुनियादी सुविधाएं हैं। उसकी बुनियादी सुविधाएं मिल जाए तो वह सब कुछ कर लेगा। आज ही दो लाख करोड़ रुपये की धनराशि गन्ना किसानों के खाते में सीधे पहुंच रही होगी। कई प्रदेशों का बजट इतना नहीं है। हमारे अन्न दाता किसानों के पुरूषार्थ का ही परिणाम है कि आज गन्ना उत्पादन में अभूतपूर्व वृद्धि हो गयी है।
उन्होंने कहा कि कोरोना काल में भी यहां चीनी मिलें चल रही थीं। उस समय भी गन्ना मूल्य का भुगतान भी हुआ। पहले गन्ना को जलाने के लिए किसान मजबूर हो जाता था। आज ऐसा नहीं है। आज एक खेत में भी यदि गन्ना रहता है तो चीनी मिलें बंद नहीं होती। यहां जब सेनेटाइजर की कमी हुई तो हमने 27 राज्यों को इन्हीं चीनी मिलों के कारण सेनेटाइजर उपलब्ध कराया।योगी आदित्यनाथ ने कहा कि छह साल के अंदर किसी भी गन्ना किसान को आत्महत्या करने की नौबत नहीं आयी। हम किसी भी किसान को न्यूनतम क्रय मूल्य से कम मूल्य पर बाजार में बेचने को मजबूर नहीं होने देंगे।