कांग्रेस नेता ने अखिलेश यादव पर साधा निशाना, कहा - प्राण-प्रतिष्ठा समारोह में भले ना जाते, कम से कम निमंत्रण स्वीकार लेते

Update: 2024-01-10 10:12 GMT

लखनऊ। अयोध्या में राममंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह की तैयारियां अब अंतिम चरण में पहुंच गई है। इसी के साथ राजनीतिक बयानबाजी भी तेज हो गई है। इसके साथ ही मंदिर समारोह के निमंत्रण को लेकर भी राजनीति शुरू हो गई है।  

समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा समारोह में निमंत्रण भेजा गया, लेकिन उन्होंने परोक्ष रूप से निमंत्रण अस्वीकार्य कर दिया है। उन्होंने कहा कि ,"हम जिन्हें जानते नहीं हैं, उन्हें न तो निमंत्रण देते हैं और न ही उनसे कोई निमंत्रण स्वीकार करते हैं। बता दें कि हम जिन्हें जानते नहीं हैं, उन्हें न तो निमंत्रण देते हैं और न ही उनसे कोई निमंत्रण स्वीकार करते हैं।"

इस हरकत के बाद अखिलेश यादव भाजपा समेत कांग्रेस के निशाने पर आ गए है। कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद ने टिप्पणी की है। उन्होंने सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर लिखा,"राम नाम से इतना बैर ठीक नहीं है अखिलेश यादव जी। जाते या ना जाते निमंत्रण तो ना ठुकराते।  वहीँ स्वामी प्रसाद मौर्य को लेकर कहा कि ,"समाजवादी पार्टी (सपा) और स्वामी प्रसाद मौर्य की कहानी विक्रम-बेताल की तरह है। स्वामी प्रसाद मौर्य का भूत अखिलेश यादव के ऊपर चढ़ के बैठ गया है। सच तो यह है कि अखिलेश यादव स्वामी प्रसाद मौर्य से डरते हैं। वह जानते हैं कि मौर्य भाजपाई हैं और उनके बयानों से उनकी पार्टी (सपा) को हर दिन नुकसान हो रहा है और उसे खत्म किया जा रहा है।"

कांग्रेस नेता ने आगे कहा," वह जानते हैं कि अगर स्वामी प्रसाद मौर्य इसी तरह बोलते रहे तो भाजपा को कोई नहीं रोक सकता। उत्तर प्रदेश में सत्ता में आना। फिर भी मैं उनकी मजबूरी को नहीं समझता। यह समाजवादी पार्टी (सपा) के लिए घातक साबित होगा। अगर वास्तव में बीजेपी को चुनौती देनी है, अगर नरेंद्र मोदी को चुनौती देनी है 2024 के चुनाव में उन्हें राहुल गांधी के नेतृत्व में आना होगा।”

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