लखनऊ में गरीबों को रोज मिलेगा भरपेट मुफ्त भोजन, अटल बिहारी वाजपेयी फाउंडेशन की पहल
भोजनालय शुरू होने से सबसे ज्यादा मदद दिहाड़ी मजदूर, श्रमिक, रिक्शा चालक, रेहड़ी,ठेला,खोमचा लगाने वालों के साथ टैक्सी ड्राइवरों और दैनिक रोजगार करने वालों की होगी।
लखनऊ: राजधानी में गरीबों को अब खाने के लिए कहीं नहीं भटकना होगा। कोरोना काल में जरूरतमंदों को अब मुफ्त और भरपेट भोजन मिलेगा।
प्रदेश के कानून मंत्री ब्रजेश पाठक ने शुक्रवार को गरीबों के सबसे बड़े भोजनालय की शुरुआत गांधी कला भवन में की। अटल बिहारी बाजपेई फाउंडेशन द्वारा संचालित इस भोजनालय के जरिये राजधानी में सुबह से शाम तक हजारों लोगों को मुफ्त भोजन कराया जाएगा।
कोरोना की दूसरी लहर से जूझ रहे प्रदेश में इस भोजनालय की शुरुआत को गरीबों के लिए बड़ा सहारा माना जा रहा है।
भोजनालय शुरू होने से सबसे ज्यादा मदद दिहाड़ी मजदूर, श्रमिक ,रिक्शा चालक, रेहड़ी,ठेला,खोमचा लगाने वालों के साथ टैक्सी ड्राइवरों और दैनिक रोजगार करने वालों की होगी। भोजनालय का शुभारंभ करते हुए प्रदेश के कानून मंत्री और अटल बिहारी बाजपेई फाउंडेशन के अध्यक्ष ब्रजेश पाठक ने कहा कि हम सब का लक्ष्य इस मुश्किल वक्त में लोगों की अधिक से अधिक मदद करना है। अटल भोजनालय के माध्यम से रोजाना सुबह से शाम तक लोगों को ताजा और पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराया जाएगा।
भोजनालय की व्यवस्था फाउंडेशन की तरफ से संचालित की जाएगी। भोजन पूरी तरह मुफ्त होगा। भोजनालय में स्वच्छता के साथ ही कोरोना प्रोटोकाल का भी पूरा ध्यान रखा जा रहा है। केंद्र और राज्य सरकार द्वारा पहले ही लगातार गांव,गरीब और मजदूरों के हित में काम किए जा रहे हैं।
गौरतलब है कि कानून मंत्री ब्रजेश पाठक ने सबसे पहले अपनी विधायक निधि कोरोना के इलाज के लिए देने का ऐलान किया था। डाक्टरों द्वारा अनुमोदित कोरोना की दवाइयाँ व भाप की मशीने भी घर घर भेज कर लोगों की मदद का बड़ा अभियान चला चुके हैं क़ानून मंत्री। जिसके बहुत सार्थक परिणाम सामने आए हैं। राजधानी में गरीबों के सबसे बड़े भोजनालय की शुरुआत को जन सेवा की दिशा में एक और बड़ा कदम माना जा रहा है।