लखनऊ। सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर ने शुक्रवार को बांदा जेल में बंद बहुबली मुख्तार अंसारी का पक्ष लिया है। उन्होंने कहा कि, मुख्तार के बेटे अब्बास अंसारी मेरी पार्टी के विधायक हैं। उन्हें बचाने की जिम्मेदारी मेरी है। राजभर का यह बयान ऐसे समय आया है जब उनकी नजदीकियां भाजपा से बढ़ती हुई दिखाई दे रही हैं। राजभर को योगी सरकार ने वाई श्रेणी की सुरक्षा भी दी है। ऐसे में सियासी गलियारे में राजभर का यह बयान चर्चा का विषय बना हुआ है।
सुभासपा अध्यक्ष व पूर्व मंत्री राजभर ने एक सवाल पर कहा कि, अगर उनकी पार्टी का भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से गठबंधन होता है तो 'मुख्तार अंसारी का बेटा अब्बास भी उसका सपोर्ट करेंगे।' वहीँ सपा से गठबंधन को लेकर कहा कि अखिलेश यादव जी के साथ तलाक के पेपर तैयार हो चुके हैं। अब तो बस हस्ताक्षर होने बाकी हैं। मैं तो उनकी तरफ से तलाक तथा तलाक पेपर पर साइन होने का ही इंतजार कर रहा हूं।
अखिलेश पर हमलावर तेवर बने सुरक्षा मिलने का कारण
समाजवादी पार्टी (सपा) गठबंधन के घटक दल सुभासपा प्रमुख ओपी राजभर बीते कुछ दिनों से अखिलेश यादव के रवैये से नाराज चल रहे हैं। इसके चलते वह लगातार अखिलेश पर तीखे हमले बोल रहे हैं। इन बायनों और राष्ट्रपति चुनाव में एनडीए उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू को समर्थन के पीछे की वजह भी अखिलेश से नाराजगी बतायी जा रही है। वोटिंग के दौरान राजभर उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक के साथ दिखे थे। माना जा रहा है कि राजभर की सपा से बढ़ती दूरियों को देखते हुए योगी सरकार ने उनकी सुरक्षा को बढ़ाने का निर्णय दिया है।
वाई श्रेणी की सुरक्षा -
गौरतलब है कि ओपी राजभर को योगी सरकार ने शुक्रवार को वाई श्रेणी की सुरक्षा दी है। इसके बाद से ही राजनीतिक गलियारे में उनके 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा के साथ जाने की अटकलें तेज हो गई हैं। शासन के आदेश पर गाजीपुर पुलिस ओम प्रकाश राजभर की सुरक्षा के लिए 16 पुलिसकर्मियों की तैनाती करेगी।