समाजवादी पार्टी में होगी चाचा की वापसी, रिश्तों की कड़वाहट हुई कम

Update: 2020-06-08 15:37 GMT

लखनऊ। सपा अध्यक्ष व यूपी के पूर्व मुखयमंत्री अखिलेश यादव और उनके चाचा शिवपाल यादव के बीच रिश्तों की कड़वाहट कम होती दिख रही है। कुछ दिन पहले जहां अखिलेश यादव ने शिवपाल यादव की विधायक की सदस्यता रद्द करने की याचिका वापस करवा ली थी, तो सोमवार को शिवपाल यादव ने पत्र लिखकर अखिलेश की तारीफ करते हुए उन्हें थैँक्स कहा है।

आपके आग्रह पर विधानसभा अध्यक्ष द्वारा मेरी विधानसभा सदस्यता खत्म करने के लिए दी गई याचिका को वापस कर दिया गया है। इस स्नेह पूर्ण विश्वास के लिए आपका कोटिश आभार। निश्चित ही यी मात्र एक राजनीतिक परिघटना नहीं बल्कि यह आपके इस तरह के स्पष्ट सार्थक व सकारात्मक हस्तक्षेप से राजनीतिक परिधि में आपके नेतृत्व में एक नव राजनीतिक विकल्प व नवाक्षर का जन्म होगा।

सपा नेता राम गोविंद चौधरी ने पिछले साल चार सितंबर को शिवपाल की सदस्यता खत्म करने के लिए याचिका दाखिल की। इस याचिका का परीक्षण हो ही रहा था कि इस बीच रामगोविंद चौधरी ने पत्र लिख कर कहा कि वह याचिका वापस लेना चाहते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि याचिका प्रस्तुतिकरण के समय कई महत्वपूर्ण अभिलेख व साक्ष्य याचिका के साथ संलग्न नहीं किए जा सके थे। विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि याचिका वापस लेने का अवसर दिया जाना चाहिए ताकि आवश्यक अभिलेख लगाए जा सके।

इस साल होली के मौके पर सैफई में आयोजित कार्यक्रम में सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव और अखिलेश यादव के साथ शिवपाल सिंह यादव भी साथ थे। होली मिलन कार्यक्रम के दौरान ही अखिलेश ने शिवपाल के पैर छूकर आर्शीवाद लिया था। तभी से इस बात के कयास लगाए जा रहे थे कि दोनों के रिश्तों में कुछ सुधार हुआ है। वहीं उसी कार्यक्रम में शिवपाल ने मुलायम के साथ रामगोपाल के भी पैर छूकर आशीर्वाद लिया था। शिवपाल और अखिलेश के एक मंच पर आते ही कार्यकर्ताओं ने चाचा-भतीजा जिंदाबाद के नारे भी लगाए थे।

Tags:    

Similar News