योगी आदित्यनाथ ने सदन में सुनाई सरकार की उपलब्धियां, विपक्ष हुआ निःशब्द
लखनऊ। सदन में राज्य सरकार की उपलब्धि गिनाते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत 42 लाख 50 हजार आवास गरीबों को मिले हैं। 01.08 लाख आवास मुख्यमंत्री आवास योजना से मिला है। यह आवास पहले भी मिल सकती थी, उनके जीवन का सरलीकरण पहले भी हो सकता था। लेकिन तब सरकारों की कोई नीति नहीं थी।
आगे कहा कि वनटांगिया गांवों को वोटिंग के अधिकार नहीं था। यह लोग यहीं के थे, लेकिन इनके गांवों में सड़क नहीं, पानी नहीं, स्कूल नहीं, राशन नहीं। हमने इनके गांवों को राजस्व गांव के दर्जा दिया। आज इन लोगों ने पहली बार पक्के मकान देखे हैं।
मुसहर सहरिया, चेरो, कोल का इतिहास इतना ही पुराना है, जितना धरती माता का है। लेकिन किसी ने इनकी ओर ध्यान नहीं दिया। आज इनके पक्के मकान बन रहे हैं, बिजली कनेक्शन है, स्कूल है, राशन फ्री में है, उज्ज्वला का गैस सिलिंडर है। इन क्षेत्रों में आज लोगों के मन में विश्वास पैदा हुआ है। विश्वास यह कि मैं भी इस प्रदेश का नागरिक हूं। सरकार के प्रति भरोसा बढ़ा है। यह पिछ्ली सरकारों में भी हो सकता था।
उन्होंने कहा कि नेता प्रतिपक्ष पूछते हैं कि हमने शिक्षा के लिए क्या किया। इन्हें बताना चाहिए कि बेसिक शिक्षा परिषद का हाल पहले क्या था? यह पूछते हैं 05 लाख नौकरियां कहां दीं ? इन्हें मालूम होना चाहिए कि 1.26 लाख भर्ती केवल बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों में ही हुआ है।
नीति आयोग ने देश के 112 जिलों का चयन एसप्रेशनल डिस्ट्रिक्ट के रूप में किया है। इसमें प्रदेश के आठ जिले हैं। ऐसे ही एक जिले श्रावस्ती में मैं गया तो वहां 120 विद्यालयों में एक भी शिक्षक नहीं था। आखिर पांच साल क्या कर रहे थे यह लोग? क्यों नहीं थे शिक्षक। आज कायाकल्प अभियान से 1.38 लाख स्कूलों की तस्वीर बदल गई है। स्मार्ट क्लास, डेस्क बेंच, शौचालय सब सुविधा दी गई है।