योगी आदित्यनाथ ने विधान परिषद से दिया इस्तीफा, गोरखपुर से चुनकर पहुंचे विधानसभा
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के कार्यवाहक मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शपथ ग्रहण से पहले विधान परिषद की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। विधान परिषद के सभापति कुंवर मानवेंद्र सिंह ने योगी के इस्तीफा को स्वीकार कर लिया है। विधान परिषद में योगी का पद 22 मार्च से रिक्त माना जाएगा।
वर्ष 2017 में विधानसभा चुनाव के बाद योगी आदित्यनाथ को भाजपा विधायक दल का नेता चुना गया था। इसके बाद उन्होंने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। उस समय योगी गोरखपुर से सांसद थे। बाद में उन्होंने सांसद पद से इस्तीफा दिया और विधान परिषद के सदस्य चुने गये थे और एमएलसी रहते हुए ही मुख्यमंत्री का कार्यकाल पूरा किया।
24 मार्च को होगी बैठक -
वर्ष 2022 के विधानसभा चुनाव में योगी गोरखपुर से ही विधायक चुने गये हैं। ऐसे में उन्होंने विधान परिषद की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। इस बार भी उनका भाजपा विधायक दल का नेता चुना जाना निश्चित है। इसके लिए पार्टी के विधायकों की औपचारिक बैठक 24 मार्च को होगी, जिसमें बतौर पर्यवेक्षक केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और सह पर्यवेक्षक रघुवर दास भी शामिल होंगे।
मुख्यमंत्री के रूप में शपथ -
योगी आदित्यनाथ 25 मार्च को दूसरी बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेंगे। शपथ ग्रहण समारोह राजधानी के अटल विहारी बाजपेयी इकाना स्टेडियम में आयोजित होगा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह के अलावा केंद्र सरकार के कई मंत्री और भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्री भी इस समारोह में शामिल होंगे। भारतीय जनता पार्टी इस शपथ ग्रहण समारोह को ऐतिहासिक बनाने में जुटी हुई है।