कालाबाजारी रोकने में योगी सरकार पूरी तरह विफल-अखिलेश यादव
अखिलेश यादव ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की टीम इलेवन पर फिर निशाना साधा। मंगलवार को जारी बयान में उन्होंने कहा कि सरकार के सारे तंत्र बेकार हो गए है।
लखनऊ: उत्तर प्रदेश में कोरोना संकट के बीच वेंटीलेटर, भाप मशीन एवं ऑक्सीजन आदि की कालाबाजारी रोकने में सरकार पर विफल रहने का आरोप लगाते हुए समाजवादी पार्टी राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की टीम इलेवन पर फिर निशाना साधा। मंगलवार को जारी बयान में उन्होंने कहा कि सरकार के सारे तंत्र बेकार हो गए है।
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार कोरोना की महामारी और जनता की बढ़ती तकलीफों के बीच भी थोथी बातें करने से बाज नहीं आ रही। सच्चाई का सामना करने से सरकार भय खाती है। जनता इलाज, दवा और ऑक्सीजन के लिए दर-दर भटक रही है किन्तु सरकार कुप्रचार और विज्ञापन के सहारे सभी को भटकाने का काम कर रही है।
अखिलेश यादव ने कहा कि समाजवादी पार्टी संकट के इस दौर में जनसाधारण के साथ है, आगे भी रहेगी। सरकार की कमी उजागर करना भी सपा का नैतिक व सामाजिक दायित्व है। लोकतंत्र में विपक्ष सत्ता दल की आरती उतारने के लिए नहीं है। भाजपा ने चार वर्ष में जनहित में एक भी उल्लेखनीय विकास कार्य नहीं किया है। स्वास्थ्य क्षेत्र में जो भी कार्य हुए वह सपा सरकार के कार्यकाल में हुए।
भाजपा सरकार ने स्वास्थ्य सेवाओं पर ध्यान न देकर उन्हें बर्बाद किया है। भाजपा को अपनी करनी पर लाज नहीं आती। संक्रमण के दूसरे आक्रमण के ज्यादा खतरनाक होने की विशेषज्ञ चेतावनी के बावजूद हालात संभालने के प्रयास नहीं किए गए। गोरखपुर और रायबरेली में एम्स समाजवादी सरकार की ही देन है। भाजपा सरकार इन्हें ठीक से शुरू भी नहीं कर पाई। भर्ती न होने से चिकित्सकों और पैरा मेडिकल स्टाफ की भारी कमी है।
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि प्रचारजीवी मुख्यमंत्री के खोखले आश्वासनों से तड़प-तड़प कर हो रही मौंतों को छुपाया नहीं जा सकता। अस्पताल में और घर में पड़े मरीजों का कोई पुर्साहाल नहीं है। दर-दर भटक रहे परेशान हाल लोगों की जिंदगी से ऐसा खिलवाड़ अमानवीयता की सभी हदें पार कर गया है।
आगरा में पिता को लेकर बेटा दौड़ता रहा, इलाज नहीं मिला। कानपुर में ठेले पर डेढ़ घंटे शव पड़ा रहा। गोरखपुर में सड़क पर मरीज की मौत। कानपुर में एक अस्पताल में ऑक्सीजन खत्म, दो मृत। आगरा में एक अस्पताल में कहा जा रहा है पहले पांच सिलिंजर लाएं तभी भर्ती करेंगे। प्रदेश में संकट इसलिए भी है कि मुख्यमंत्री की टीम-इलेवन भी किसी काम की साबित नहीं हो रही है। उसके सारे तंत्र बेकार हो गए हैं।