जिला पंचायत चुनावों में योगी सरकार को मिला 'गांवों की सरकार' का भरपूर समर्थन
अधिकांश चुने हुए प्रधान और बीडीसी सदस्य योगी सरकार में अपनी आस्था व्यक्त कर चुके हैं।
लखनऊ: भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) का पंचायत चुनावों में अच्छे प्रदर्शन का दौर जारी है। जिला पंचायत चुनाव में बीजेपी को बड़ी जीत मिलती दिख रही है। 3051 सीटों में से अब तक करीब 2008 सीटों के रिजल्ट घोषित हो चुके हैं। ऐसे में बीजेपी 918 सीटें जीत चुकी हैं। वहीं 456 सीटों पर बढ़त बनाए हुए हैं। यही नहीं कुल 400 निर्दलीय बीजेपी के संपर्क में हैं।
वहीं अगर सभी विपक्षी दलों की सीटों को जोड़ा जाए तो भी प्रदेश की अन्य पार्टियां बीजेपी के बराबर सीटें नहीं जीत पाई हैं। यानि कि राज्य के जिला पंचायत चुनाव के नतीजों में भी कमल का जलवा कायम है। जिला पंचायत सदस्य नतीजों में समाजवादी पार्टी और बीएसपी के दिग्गज नेताओं के सगे संबंधियों को हार का सामना करना पड़ा है। सपा के कद्दावर नेता और नेता प्रतिपक्ष राम गोविंद चौधरी के बेटे अपनी सीट नहीं बचा पाए।
अब तक के आए नतीजों के अनुसार योगी सरकार को गांवों की सरकार का भरपूर समर्थन मिलता दिख रहा है। जानकारी के मुताबिक पश्चिम उत्तर प्रदेश में भाजपा को किसान आंदोलन की मुहिम के चलते नुकसान का अंदेशा था, लेकिन यहां के चुनाव नतीजे बता रहे हैं कि भाजपा पर प्रभाव नहीं पड़ा है। लोगों ने बढ़चढ़ योगी सरकार का समर्थन किया है और गांवों में कमल को खिलाया है।
पाटी अधिकारियों की मानें तो जिला पंचायत की 3050 सीटों के लिए बीजेपी ने उम्मीदवार उतारे हैं। ऐसे में मतगणना के पहले दिन रविवार को ही भाजपा समर्थित 172 प्रत्याशी जीत दर्ज कर चुके थे। वहीं पश्चिमी उत्तर प्रदेश में भाजपा समर्थित 44 जिला पंचायत सदस्य प्रत्याशी जीते हैं।
अधिकांश चुने हुए प्रधान और बीडीसी सदस्य योगी सरकार में अपनी आस्था व्यक्त कर चुके हैं।