फेक एम्बुलेंस प्रकरण: 48 घंटे की पुलिस रिमांड पर मुख्तार अंसारी का गुर्गा राजनाथ, मऊ पुलिस उगलवायेगी सच
सुबह एआरटीओ ले जाकर पुलिस ने राजनाथ से कर्मचारियों की पहचान कराई इसके बाद पुलिस टीम उसे लेकर मऊ को रवाना हो गई है। इस 48 घंटे के अंतराल में पुलिस इस प्रकरण से जुड़े अहम साक्ष्य संकलन करने की कोशिश में जुटी है।
लखनऊ/बाराबंकी: एंबुलेंस प्रकरण में जिला कारागार में निरुद्ध मुख्तार अंसारी के गुर्गे राजनाथ को पुलिस ने 48 घंटे की रिमांड पर लिया है। सुबह एआरटीओ ले जाकर पुलिस ने राजनाथ से कर्मचारियों की पहचान कराई इसके बाद पुलिस टीम उसे लेकर मऊ को रवाना हो गई है। इस 48 घंटे के अंतराल में पुलिस इस प्रकरण से जुड़े अहम साक्ष्य संकलन करने की कोशिश में जुटी है।
बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी के लिए बाराबंकी एआरटीओ में जालसाजी से पंजीकृत कराई गई एंबुलेंस यूपी 41 एटी 7171 प्रकरण में पुलिस ने एक अप्रैल को मुकदमा दर्ज किया था। इस प्रकरण में मऊ से गिरफ्तार कर लाया गया मुख्तार का गुर्गा राजनाथ पांच अप्रैल को गिरफ्तार किया गया था। जेल में निरुद्ध राजनाथ को पुलिस ने न्यायालय के आदेश पर 48 घंटे की रिमांड पर शनिवार सुबह नौ बजे जेल से लिया है।
मुकदमे के विवेचक अपनी टीम के साथराजनाथ को एआरटीओ ले गए, जहां पंजीयन करने वाले कर्मचारियों की पहचान कराई, लेकिन यहां पुलिस को निराशा हाथ लगी। राजनाथ ने आज से पहले कभी इस कार्यालय में न आने की बात कही।
गौरतलब है कि एंबुलेंस 2013 में पंजीकृत हुई थी और तत्कालीन अधिकारी अथवा कर्मचारियों का यहां से स्थानांतरण होचुका है अथवा सेवानिवृत्त हो चुके हैं। इस दौरान कार्यालय में अफरा-तफरी का माहौल रहा।
एआरटीओ में जांच पड़ताल और औपचारिकता पूरी कर पुलिस राजनाथ को लेकर मऊ रवाना हो गई है। जहां मुख्तार के बाराबंकी से नेटवर्क को पता करने के साथ-साथ फरार मुजाहिद आदि की तलाश भी की जाएगी। सोमवार को निर्धारित 48 घंटे में अहम साक्ष्य संकलन करना होगा और सोमवार सुबह नौ बजे से पहले राजनाथ को जेल में दाखिल करना होगा।