जोधपुर में गरजे अमित शाह, कहा - कितने भी दल एकत्रित हो जाओ, आएगा तो मोदी ही
शाह ने कहा कि इस घमंडिया गठबंधन को अपने परिवार के अलावा किसी की भी चिंता नहीं है। अशोक गहलोत, लालू यादव, उद्धव ठाकरे और स्टालिन अपने बेटे को मुख्यमंत्री बनाना चाहते हैं। ममता बनर्जी भी अपने भतीजे को सीएम बनाने का सपना देख रहीं हैं।
नईदिल्ली। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने सोमवार को जोधपुर के पोलो मैदान में शक्ति केंद्र प्रमुख सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि घमंडिया गठबंधन, जिसे परिवार के अलावा किसी की भी चिंता नहीं है, वे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को चुनौती दे रहे हैं। लोकतंत्र के खतरे में होने की दुहाई दे रहे हैं। भले ही कितने ही दल एकत्रित हो जाएं, आएगा तो मोदी ही। उन्होंने कार्यकर्ताओं को मोदी सरकार की 10 साल की उपलब्धियों को लेकर जनता के बीच जाने का संकल्प दिलाया। शाह ने कहा कि इस बार एनडीए गठबंधन 400 पर होगा और भाजपा अपने दम पर 370 से ज्यादा सीटें जीतेगी।
शाह ने राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को खुली चुनौती देते हुए कहा कि अगर आप अपने बेटे को जिताने से फ्री हो जाएं तो मेरी बात का जवाब देना। मैंने तो आज सार्वजनिक रूप से हिसाब दे दिया है। आप दिन तय कर लेना, हमारे युवा मोर्चा के अध्यक्ष को खुली चर्चा के लिए भेज दूंगा। उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि यूपीए की सरकार ने देश के भविष्य को अंधकार में डाल दिया था। दस साल मनमोहन सिंह की सरकार थी। देश में आए दिन बम धमाके होते थे लेकिन नरेन्द्र मोदी के पीएम बनने के बाद आतंकवादियों ने उरी और पुलवामा में धमाके कर बड़ी गलती कर दी। हमने 10 दिन के अंदर ही सर्जिकल और एयरस्ट्राइक करके पाकिस्तान के घर में घुसकर आतंकवादियों का सफाया करने का काम किया। पीएम ने देश को सुरक्षित और समृद्ध करने का काम किया है।
उन्होंने कहा कि अर्थशास्त्री मनमोहन सिंह ने देश की अर्थव्यवस्था को 11वें नंबर पर ला दिया था। मोदी ने प्रधानमंत्री बनने के बाद देश की अर्थव्यवस्था को पांचवें नंबर पर ला दिया है। आज मैं मोदी की गारंटी बताने आया हूं, तीसरी बार प्रधानमंत्री बना दो, भारत की अर्थव्यवस्था तीसरे नंबर पर आ जाएगी। शाह ने कहा कि एक वक्त था जब लोग कहते थे कश्मीर से अनुच्छेद 370 हट नहीं सकता लेकिन पीएम मोदी ने इसे समाप्त कर कश्मीर में तिरंगा लहराने का काम किया है। राम मंदिर का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी तुष्टीकरण की राजनीति के कारण इसे कभी बनने नहीं देती लेकिन आज हमने भव्य मंदिर में प्राणप्रतिष्ठा होते हुए देखी है।
इस दौरान अमित शाह विपक्षी गठबंधन पर भी जमकर भड़के। उन्होंने कहा कि इस घमंडिया गठबंधन को अपने परिवार के अलावा किसी की भी चिंता नहीं है। अशोक गहलोत, लालू यादव, उद्धव ठाकरे और स्टालिन अपने बेटे को मुख्यमंत्री बनाना चाहते हैं। ममता बनर्जी भी अपने भतीजे को सीएम बनाने का सपना देख रहीं हैं। सोनिया गांधी अपने बेटे राहुल गांधी को प्रधानमंत्री बनाना चाहती हैं लेकिन किसी को भी जनता की चिंता नहीं है। उन्होंने कहा कि जो भी भ्रष्टाचार करेगा, उसे जेल में डाल दिया जाएगा। राजस्थान में भी भजनलाल सरकार ने पेपर लीक के भ्रष्टाचारियों को जेल भेजा है।
शाह ने ईआरसीपी को लेकर गहलोत पर तंज कसते हुए कहा कि ईआरसीपी का वादा किया तो सब लोग हंस रहे थे, गहलोत जी को पूछ रहे थे कहां से लाएंगे। गहलोत जी- भजनलाल तो पहली बार मुख्यमंत्री बने हैं, पांच महीने में ही ईआरसीपी को जमीन पर उतारने का काम कर दिया।
उन्होंने कहा कि पांच साल के अंदर राजस्थान में जगह-जगह पर बहुसंख्यकों के धार्मिक स्थानों पर हमला हुआ। कन्हैयालाल को मार दिया गया। कई सारे लोगों को मार दिया गया। ये तुष्टीकरण करने वाले लोग हैं। हमारा मत है न्याय सभी के साथ होगा, तुष्टीकरण किसी के साथ नहीं होगा। ये लोकतंत्र बचाने की बात कर रहे हैं। राहुल बाबा आपकी दादी ने इमरजेंसी में लाखों लोगों को जेल में डाल दिया था। राजनीतिक पार्टियों पर प्रतिबंध लगाया। आपको लोकतंत्र की बात करने का कोई अधिकार नहीं हैं। शाह ने कहा कि ये जो कुनबा शामिल हुआ है। कल इन्होंने कहा, लोकतंत्र बचाओ। क्यों, क्या हो गया लोकतंत्र को। आप काहे को लोकतंत्र को बचाने की बात कर रहे हो। कहते हैं कि हमारे नेता जेल में गए। आप बताओ कि 12 लाख करोड़ के घोटाले करेंगे तो जेल में जाएंगे या नहीं जाएंगे। राहुल बाबा सुन लो- क्यों फरियाद कर रहे हो। 2014 और 2015 में कहकर चुनाव लड़ा था, जो भ्रष्टाचार करेगा वो जेल की सलाखों के पीछे जाएगा। यहां पर भी जिन्होंने पेपर लीक में भ्रष्टाचार किया, उन्हें चुन-चुनकर जेल में डाला।
इस मौके पर मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने सवालिया लहजे में पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से पूछा कि आपने घोषणा पत्र के कितने वादे पूरे किए और हमने कितने। मैं जोधपुर का भी पूरा चिट्ठा लेकर आया हूं। उन्होंने जोधपुर में घोषणाओं का 30 प्रतिशत भी काम नहीं किया। आप यहां के रहने वाले हैं और ये आपकी जन्मभूमि है। उन्होंने जन्मभूमि को भी नहीं छोड़ा। जोधपुर के साथ कुठाराघात किया। इस मौके पर जोधपुर लोकसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी गजेंद्र सिंह शेखावत, बाड़मेर से प्रत्याशी कैलाश चौधरी, पाली से प्रत्याशी पीपी चौधरी, जालोर-सिरोही से प्रत्याशी लुंबाराम चौधरी और राज्यसभा सदस्य राजेंद्र गहलोत सहित भाजपा के कई नेता और कार्यकर्ता मौजूद थे।
इससे पहले गृहमंत्री शाह और मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने एक निजी होटल में चार लोकसभा क्षेत्र की कोर कमेटी की बैठक ली। यहां कार्यकर्ताओं को टारगेट दिए। खुद शाह ने कहा कि इस बार की रणनीति थोड़ी कठिन है लेकिन भाजपा के कार्यकर्ताओं के लिए कोई भी लक्ष्य कठिन नहीं। शाह ने कहा कि चुनाव नेताओं के दम पर नहीं जीते जाते, बूथ के कार्यकर्ताओं के दम पर जीते जाते हैं।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने ने जोधपुर में भाजपा कार्यकर्ताओं से कहा कि जोधपुर, बाड़मेर, पाली और जालोर-सिरोही लोकसभा सीट पर जीत के लिए डिटेल प्लान मैंने दे दिया है। इस प्लान को लागू करना कठिन है लेकिन भाजपा कार्यकर्ता ऐसे काम कर लेते हैं। शाह के साथ मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत सहित कई बड़े नेता मौजूद रहे।